नाम लेगा जो बजरंगबली का(Naam Lega Jo Bajrangbali Ka)

नाम लेगा जो बजरंगबली का,

कष्ट जीवन के सारे कटेंगे ॥


नाम हनुमान का जो भजेगा,

उसका दुनिया में डंका बजेगा,

नाम के इनकी फेरे रोज माला,

उसके दुख दर्द सारे मिटेंगे,

नाम लेगा जों बजरंगबली का,

कष्ट जीवन के सारे कटेंगे ॥


है हनुमान धन धान्य दाता,

जोड़ लो इनकी भक्ति से नाता,

बन गया जो भी इनका दीवाना,

उसको हर पल सहारे मिलेंगे,

नाम लेगा जों बजरंगबली का,

कष्ट जीवन के सारे कटेंगे ॥


जब हनुमान करते है मंगल,

फिर ना होता कभी भी अमंगल,

पड़ लो हनुमान जी की चालीसा,

गम के बादल तुम्हारे छटेंगे,

नाम लेगा जों बजरंगबली का,

कष्ट जीवन के सारे कटेंगे ॥


नाम लेगा जो बजरंगबली का,

कष्ट जीवन के सारे कटेंगे ॥

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गोविन्द जय-जय, गोपाल जय-जय(Govind Jai Jai, Gopal Jai Jai)

गोविन्द जय-जय, गोपाल जय-जय
राधा-रमण हरि, गोविन्द जय-जय ॥ १ ॥

दिवाली से पहले हनुमान पूजा

हनुमान पूजा या जयंती को लेकर लोगों के मन में हमेशा संशय रहता है, क्योंकि साल में दो बार हनुमान जयंती मनाई जाती है।

छठ मंत्र (Chhath Mantra)

ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।

जब निर्वस्त्र होकर नहा रहीं गोपियों को नटखट कन्हैया ने पढ़ाया मर्यादा का पाठ

भगवान विष्णु ने रामावतार लेकर जगत को मर्यादा सिखाई और वे मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाए। वहीं कृष्णावतार में भगवान ने ज्यादातर मौकों पर मर्यादा के विरुद्ध जाकर अपने अधिकारों की रक्षा और सच को सच कहने साहस हम सभी को दिखाया।

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