पूजन गौरी चली सिया प्यारी (Poojan Gauri Chali Siya Pyari)

सीता विवाह के समय माता सीता के द्वारा गया गौरी पूजा भजन गीत, जोकि माता पार्वती को समर्पित है।


पूजन गौरी चली सिया प्यारी

पूजन गौरी चली सिया प्यारी

पूजन गौरी चली सिया प्यारी

संग सखिन के जनक नंदिनी

संग सखिन के जनक नंदिनी

चली मुदित मनहारी

पूजन गौरी चली सिया प्यारी

पूजन गोरी चली सिया प्यार


कंचन जडित थाल शुभरन के

कंचन जडित थाल शुभरन के

दधि लोचन फल सुपारी

पूजन गौरी चली सिया प्यारी

पूजन गोरी चली सिया प्यारी


गावत मंगल गीत मनोहर

गावत मंगल गीत मनोहर

गावत मंगल गीत मनोहर

गावत मंगल गीत मनोहर

पहने कुसुम रंग साड़ी

पूजन गौरी चली सिया प्यारी

पूजन गौरी चली सिया प्यारी


पूजा किन्ही अधिक अनुरागी

पूजा किन्ही अधिक अनुरागी

निज अनुरूप सुभग वर मांगी

निज अनुरूप सुभग वर मांगी

पूजन गौरी चली सिया प्यारी

पूजन गौरी चली सिया प्यारी


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गणेश जी की आरती व मंत्र

प्रत्येक महीने दो पक्ष होते हैं शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष। शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहा जाता है, जबकि कृष्ण पक्ष की चतुर्थी संकष्टी चतुर्थी कहलाती है। मार्गशीर्ष महीने में मनाई जाने वाली विनायक चतुर्थी भगवान गणेश की कृपा पाने का उत्तम समय है।

ललिता जयंती 2025 कब है

माता ललिता को समर्पित यह ललिता जयंती हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। बता दें कि ललिता व्रत, शरद नवरात्रि के पाँचवें दिन किया जाता है।

शिव द्वादशज्योतिर्लिङ्ग स्तोत्रम् (Shiv Dwadash Jyotirlinga Stotram)

सौराष्ट्रदेशे विशदेऽतिरम्येज्योतिर्मयं चन्द्रकलावतंसम्।
भक्तिप्रदानाय कृपावतीर्णतं सोमनाथं शरणं प्रपद्ये॥1॥

यशोदा जयंती व्रत यम-नियम

सनातन हिंदू धर्म में, यशोदा जयंती का दिन विशेष महत्व रखता है। इस दिन व्रत के साथ माता यशोदा और भगवान श्री कृष्ण के पूजन का भी विधान है। इस पर्व पर शुद्ध भाव से पूजा-पाठ, व्रत और सेवा करने से माता यशोदा और भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त होती है।

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