राम के नाम का झंडा लेहरा है (Ram Ke Nam Ka Jhanda Lehra Hai)

राम के नाम का झंडा लहरा है ये लहरे गा

ये त्रेता में फहरा है कलयुग में भी फहरे गा ।


हिन्दुस्तान की धरती क्यों नही जय श्री राम कहेगी

राम नाम नही मिटने वाला जब तक धरती रहेगी,

इतहास गवाह रहा है ठेहरा है न ठेहरे गा,

येह त्रेता में फेहरा है कलयुग में भी फेहरे गा ।


बोल रही है गंगा बोल रहा है पर्वत सारा

हर हिन्दू के सीने में है राम नाम का आदर,

कहे विनय पवन अब सेवक हर घर से बेहरे गा,

येह त्रेता में फेहरा है कलयुग में भी फेहरे गा ।

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बिल्वाष्टकम् (Bilvashtakam)

त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रियायुधं, त्रिजन्मपापसंहारं एकबिल्वं शिवार्पणम् ॥1॥

संसार का सारा सुख केवल, श्री राम तुम्हारे चरणों में(Sansar Ka Sara Sukh Keval Shree Ram Tumhare Charno Mein)

संसार का सारा सुख केवल,
श्री राम तुम्हारे चरणों में,

चंपा षष्ठी के दिन शिवलिंग पर क्या चढ़ाएं

हिंदू धर्म में चंपा षष्ठी का व्रत अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। यह पर्व भगवान शिव और उनके पुत्र कार्तिकेय को समर्पित है।

फागुन की रुत फिर से आई, खाटू नगरी चालो (Fagun Ki Rut Phir Se Aayi Khatu Nagri Chalo)

फागुन की रुत फिर से आई,
खाटू नगरी चालो,

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