संसार का सारा सुख केवल, श्री राम तुम्हारे चरणों में(Sansar Ka Sara Sukh Keval Shree Ram Tumhare Charno Mein)

संसार का सारा सुख केवल,

श्री राम तुम्हारे चरणों में,

प्रतिपल प्रतिक्षण मैं जपा करूँ,

तेरा नाम तुम्हारे चरणों में,

सँसार का सारा सुख केवल,

श्री राम तुम्हारे चरणों में ॥


दीनो का दुःख हरने वाले,

दुखियों पे दया करने वाले,

दयासिन्धु न्योछार दास करे,

धन धान तुम्हारे चरणों में,

सँसार का सारा सुख केवल,

श्री राम तुम्हारे चरणों में ॥


तुम ही तुम रहो मेरे मन में,

तेरी छवि बसी हो धड़कन में,

दुनिया में मिले तो मिले सदा,

आराम तुम्हारे चरणों में,

सँसार का सारा सुख केवल,

श्री राम तुम्हारे चरणों में ॥


करूणानिधि इतनी दया करो,

अपराध मेरे सब क्षमा करो,

‘कोमल’ ‘कुलदीप’ ये गुण गाए,

सुबहो शाम तुम्हारे चरणों में,

सँसार का सारा सुख केवल,

श्री राम तुम्हारे चरणों में ॥


संसार का सारा सुख केवल,

श्री राम तुम्हारे चरणों में,

प्रतिपल प्रतिक्षण मैं जपा करूँ,

तेरा नाम तुम्हारे चरणों में,

सँसार का सारा सुख केवल,

श्री राम तुम्हारे चरणों में ॥

........................................................................................................
काल भैरव की कथा

हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को काल भैरव जयंती मनाई जाती है। इस दिन तंत्र-मंत्र के देवता काल भैरव की पूजा की जाती है, जो भगवान शिव के रौद्र रूप हैं।

श्री गिरीराज चालीसा (Shri Giriraj Chalisa)

बन्दहुँ वीणा वादिनी धरि गणपति को ध्यान |
महाशक्ति राधा सहित, कृष्ण करौ कल्याण ||

मात भवानी अम्बे माँ (Maat Bhawani Ambe Maa)

मात भवानी अम्बे माँ,
मेरी नैया भवर में है आ,

गणपति मेरे अँगना पधारो (Ganpati Mere Angana Padharo)

गणपति मेरे अंगना पधारो,
आस तुमसे लगाए हुए है,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।