शमसानो के वासी हो, भूतों का है साथ(Shamshano Ke Vasi Ho Bhuto Ka Hai Sath)

शमसानो के वासी हो,

भूतों का है साथ,

तेरा गंगा किनारे डेरा,

तेरा गंगा किनारे डेरा,

ओ बाबा भूतनाथ,

शमसानों के वासी हो,

भूतों का है साथ ॥


देवों में महादेव हो बाबा,

सारी दुनिया ध्याति है,

श्रद्धा से चरणों में तेरे,

आकर शीश झुकाती है,

जो पाँव पकड़ ले तेरे,

जो पाँव पकड़ ले तेरे,

तू पकडे उनके हाथ,

शमसानों के वासी हो,

भूतों का है साथ ॥


श्रष्टि के ओ सिरजनहारे,

तेरे ढंग निराले है,

देवों की रक्षा के खातिर,

पीता विष के प्याले है,

हम भोले भक्तों का तू,

हम भोले भक्तों का तू,

रक्षक है भोलेनाथ,

शमसानों के वासी हो,

भूतों का है साथ ॥


सोमवार को तेरा दर्शन,

बहुत बड़ा शुभकारी है,

तेरी दया से हम भक्तो की,

कटती विपदा सारी है,

इस ‘हर्ष’ का भोले बाबा,

इस ‘हर्ष’ का भोले बाबा,

तू देना हरदम साथ,

शमसानों के वासी हो,

भूतों का है साथ ॥


शमसानो के वासी हो,

भूतों का है साथ,

तेरा गंगा किनारे डेरा,

तेरा गंगा किनारे डेरा,

ओ बाबा भूतनाथ,

शमसानों के वासी हो,

भूतों का है साथ ॥

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लाल लाल चुनरी सितारो वाली (Laal Laal Chunari Sitaron Wali)

लाल लाल चुनरी सितारों वाली,
सितारो वाली,

प्रदोष व्रत चालीसा

हर माह के शुक्ल और कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है, जो भगवान शिव की पूजा को समर्पित होता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार प्रदोष व्रत कन्याओं के लिए बेहद खास होता है, इस दिन भोलेनाथ की उपासना करने और व्रत रखने से मनचाहा वर पाने की कामना पूरी होती हैं।

शिव के 108 नामों के जाप

26 फरवरी को इस बार महाशिवरात्रि का पर्व है। ये दिन भगवान शिव को समर्पित होता है। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक शिवरात्रि के दिन माता पार्वती और भगवान शिव का विवाह हुआ है।

श्री सूर्य देव चालीसा (Shri Surya Dev Chalisa)

कनक बदन कुण्डल मकर, मुक्ता माला अङ्ग।
पद्मासन स्थित ध्याइए, शंख चक्र के सङ्ग॥

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