आजा भक्तो की सुनके पुकार, ओ मरघट वाले बाबा जी (Aaja Bhakto Ki Sun Ke Pukar O Marghat Wale Baba Ji)

आजा भक्तो की सुनके पुकार,

ओ मरघट वाले बाबा जी,

रोज करते है तेरा इंतजार,

ओ मरघट वाले बाबा जी,

आजा भक्तों की सुनके पुकार,

ओ मरघट वाले बाबा जी ॥


मिल जाए जो तेरा सहारा,

कट जाएगा कष्ट हमारा,

लिए बैठे है फूलों के हार,

लिए बैठे है फूलों के हार,

ओ मरघट वाले बाबा जी,

आजा भक्तों की सुनके पुकार,

ओ मरघट वाले बाबा जी ॥


रस्ते में तेरे नैन बिछाए,

बैठे है हम आस लगाए,

और आएँगे मंगल शनिवार,

और आएँगे मंगल शनिवार,

ओ मरघट वाले बाबा जी,

आजा भक्तों की सुनके पुकार,

ओ मरघट वाले बाबा जी ॥


महिमा तेरी सबसे निराली,

द्वार पे तेरे आके सवाली,

तेरी आरती उतारे बारम्बार,

तेरी आरती उतारे बारम्बार,

ओ मरघट वाले बाबा जी,

आजा भक्तों की सुनके पुकार,

ओ मरघट वाले बाबा जी ॥


आजा भक्तो की सुनके पुकार,

ओ मरघट वाले बाबा जी,

रोज करते है तेरा इंतजार,

ओ मरघट वाले बाबा जी,

आजा भक्तों की सुनके पुकार,

ओ मरघट वाले बाबा जी ॥



........................................................................................................
उलझ मत दिल बहारो में 2 (Ulajh Mat Dil Bharo Me -2)

उलझ मत दिल बहारो में बहारो का भरोसा क्या,
सहारे छुट जाते है सहरो का बरोसा क्या

क्यों मनाई जाती है जन्माष्टमी, क्या है पूजन विधि, बांके बिहारी का ये है प्रिय भोज; जानें श्रीकृष्ण की जन्म कथा

श्रीमद्भगवद भगवत गीता में भगवान कृष्ण कहते हैं ‘जब-जब धर्म की हानि और अधर्म की वृद्धि होगी, तब-तब मैं जन्म लूंगा।’

शिव का डमरू डम डम बाजे (Shiv Ka Damru Dam Dam Baje)

शिव का डमरू डम डम बाजे,
टोली कावड़ियों की नाचे,

जया एकादशी की कथा

सनातन धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व होता है। माघ मास की जया एकादशी जल्द ही आने वाली है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत को करने से व्यक्ति को विष्णु जी की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने