ऐसी लागी लगन, मीरा हो गयी मगन (Aisi Lagi Lagan, Meera Ho Gai Magan)

ऐसी लागी लगन,

मीरा हो गयी मगन,

वो तो गली गली,

हरी गुण गाने लगी ॥


है आँख वो जो,

श्याम का दर्शन किया करे,

है शीश जो प्रभु चरण में,

वंदन किया करे,

बेकार वो मुख है,

जो रहे व्यर्थ बातों में,

मुख है वो जो हरी नाम का,

सुमिरन किया करे ॥


हीरे मोती से नहीं,

शोभा है हाथ की,

है हाथ जो भगवान का,

पुजन किया करे,

मर कर भी अमर नाम है,

उस जीव का जग में,

प्रभु प्रेम में बलिदान जो,

जीवन किया करे ॥


ऐसी लागी लगन,

मीरा हो गयी मगन,

वो तो गली गली,

हरी गुण गाने लगी,

महलों में पली,

बन के जोगन चली,

मीरा रानी दीवानी कहाने लगी,

ऐंसी लागी लगन,

मीरा हो गयी मगन। ॥


कोई रोके नहीं, कोई टोके नहीं,

मीरा गोविन्द गोपाल गाने लगी,

बैठ संतो के संग,

रंगी मोहन के रंग,

मीरा प्रेमी प्रीतम को मनाने लगी,

वो तो गली गली,

हरी गुण गाने लगी,

ऐंसी लागी लगन,

मीरा हो गयी मगन ॥


राणा ने विष दिया, मानो अमृत पिया,

मीरा सागर में सरिता समाने लगी,

दुःख लाखों सहे, मुख से गोविन्द कहे,

मीरा गोविन्द गोपाल गाने लगी,

वो तो गली गली हरी गुण गाने लगी ॥


ऐसी लागी लगन,

मीरा हो गयी मगन,

वो तो गली गली,

हरी गुण गाने लगी ॥

........................................................................................................
राधा से कर दे सगाई(Radha Se Karde Sagai)

प्यारी ओ प्यारी मैया,
ओ प्यारी प्यारी मैया,

वामन जयंती 2024: राजा बलि को सबक सिखाने के लिए भगवान विष्णु ने लिया था वामन अवतार, भाद्रपद की द्वादशी तिथि को हुआ था जन्म

हिंदू धर्म में भगवान विष्णु त्रिदेवों में प्रमुख और सृष्टी के संचालक या पालनहार के रूप में पूजे जाते हैं।

माँ अंजनी के लाल, थोड़ा ध्यान दीजिये(Maa Anjani Ke Lal Thoda Dhyan Dijiye)

माँ अंजनी के लाल,
थोड़ा ध्यान दीजिये,

वैदिक मंत्र क्यों पढ़ने चाहिए?

वैदिक मंत्रों का पाठ शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक लाभ प्रदान करता है। ये मंत्र दिव्य शक्तियों से जुड़े होते हैं, जो हमारे जीवन में सकारात्मकता और ऊर्जा का संचार करते हैं।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने