डम डम डमरू बजाए मेरा जोगी (Dam Dam Damru Bajaye Mera Jogi)

डम डम डमरू बजाए मेरा जोगी,

जाने कैसी माया रचाए मेरा जोगी,

डम डम डमरू बजाये मेरा जोगी ॥


ध्यान में ये बैठा रखे सबकी खबर है,

भक्तो पे रखता ये अपनी नज़र है,

भक्तो पे जान लुटाए मेरा जोगी,

भक्तो पे जान लुटाए मेरा जोगी,

डम डम डमरू बजाये मेरा जोगी ॥


मेवा नहीं मांगे पकवान नहीं मांगे,

महल अटारी आलिशान नहीं मांगे,

भक्ति से खुश हो जाए मेरा जोगी,

भक्ति से खुश हो जाए मेरा जोगी,

डम डम डमरू बजाये मेरा जोगी ॥


शिव से है मिलना तो जानले ये रस्ता,

भोले भाले भक्तो के दिल में ये बसता,

भक्तो का दिल ना दुखाए मेरा जोगी,

भक्तो का दिल ना दुखाए मेरा जोगी,

डम डम डमरू बजाये मेरा जोगी ॥


इसके इशारे पे जग सारा डोले,

ॐ की ध्वनि सारा ब्रम्हांड बोले,

‘उर्मिल’ लीला दिखलाए मेरा जोगी,

‘उर्मिल’ लीला दिखलाए मेरा जोगी,

डम डम डमरू बजाये मेरा जोगी ॥


डम डम डमरू बजाए मेरा जोगी,

जाने कैसी माया रचाए मेरा जोगी,

डम डम डमरू बजाये मेरा जोगी ॥

........................................................................................................
होली पर गुजिया क्यों बनाई जाती है

हर घर में होली के मौके पर गुजिया बनाई और खाई जाती है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि होली पर गुजिया बनाने की परंपरा क्यों है? इसके पीछे एक दिलचस्प पौराणिक कथा और ऐतिहासिक महत्व छिपा हुआ है। तो आइए जानते हैं कि होली पर गुजिया क्यों बनाई जाती है और इसके पीछे की कहानियां क्या हैं।

पोला अमावस्या पूजा विधि (Pola Amavasya Puja Vidhi)

बैलों और गाय के बछड़ों को पूजने का पर्व है पोला अमावस्या, महिलाएं संतान प्राप्ति के लिए करती हैं देवी दुर्गा की पूजा

नगर मे जोगी आया यशोदा के घर आया(Nagar Mein Jogi Aaya Yashoda Ke Ghar Aaya )

नगर मे जोगी आया,
भेद कोई समझ ना पाया।

हरी हरी भांग का मजा लीजिये(Hari Hari Bhang Ka Maja Lijiye)

हरी हरी भांग का मजा लीजिये,
सावन में शिव की बूटी पिया कीजिये,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने