हर रोती हुई आँख को हंसा तेरी मेहरबानी होवेगी (Har Roti Hui Aankh Ko Hansa Teri Meharbaani Hovegi)

हर कदम पे तुम्हे होगा,

आभास सांवरे का,

चाहे कुछ भी हो ना डगमग हो,

विश्वास सांवरे का,

हर कदम पे तुम्हें होगा,

आभास सांवरे का ॥


दुनिया से आँखें बंद करके,

मन की आँखों को खोल ज़रा,

बेमतलब की बातें छोड़ो,

जय बाबा की तू बोल ज़रा,

दिल के अंदर तुम्हे होगा,

एहसास सांवरे का,

हर कदम पे तुम्हें होगा,

आभास सांवरे का ॥


चलकर के देखो तुम एक बार,

मेरे साँवलिये की राहों में,

गिरने के पहले थामेगा,

ये आकर अपनी बाँहों में,

तेरे मन में ही मिलेगा,

तुम्हे वास सांवरे का,

हर कदम पे तुम्हें होगा,

आभास सांवरे का ॥


‘सूरज’ कुछ ऐसा काम करो,

सांवरिया हो तुमसे राजी,

हारे को जो अपनाओगे,

जीतोगे फिर तुम हर बाजी,

बन जायेगा फिर तू,

बड़ा ख़ास सांवरे का,

हर कदम पे तुम्हें होगा,

आभास सांवरे का ॥


हर कदम पे तुम्हे होगा,

आभास सांवरे का,

चाहे कुछ भी हो ना डगमग हो,

विश्वास सांवरे का,

हर कदम पे तुम्हें होगा,

आभास सांवरे का ॥

........................................................................................................
आयो फागण को त्यौहार (Aayo Fagan Ko Tyohar)

आयो फागण को त्यौहार,
नाचे ठुमक ठुमक दातार,

मैया मेरी लाज रख ले: भजन (Mata Meri Laaj Rakh Le)

तेरे चरणों में शीश मैं झुकाऊं,
तेरे ही गुण गाऊं,

पौष मास है छोटा पितृ पक्ष

पौष मास को छोटा पितृ पक्ष भी कहा जाता है। सूर्यदेव के कन्या राशि में आने पर होने वाले मुख्य पितृ पक्ष के अलावा इस माह में भी श्राद्ध तथा पिंडदान के अलावा भगवान विष्णु और सूर्यदेव की पूजा का भी विशेष महत्व है।

आखिर यमुना में ही क्यों छुपा था कालिया नाग

भक्त वत्सल की जन्माष्टमी स्पेशल सीरीज के एक लेख में हमने आपको बताया था कि कैसे भगवान श्रीकृष्ण ने यमुना में कूदकर कालिया नाग से युद्ध किया था। क्योंकि उसके विष से यमुना जहरीली हो रही थी।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने

संबंधित लेख