हरे राम हरे रामा, जपते थे हनुमाना (Hare Ram Hare Rama Japte The Hanumana)

हरे राम हरे रामा,

जपते थे हनुमाना,

इस मंत्र कि महिमा को,

सारे जग ने जाना ॥


जब केवट ने मुख से,

इस मंत्र के बोल पढ़े,

त्रिलोकपति आकर,

केवट की नाव चढ़े ॥


हरे राम हरें रामा,

जपते थे हनुमाना,

इस मंत्र कि महिमा को,

सारे जग ने जाना ॥


इस मंत्र की महिमा को,

भिलनी ने जान लिया

रघुवर खुद घर आए,

कितना सम्मान किया ॥


हरे राम हरें रामा,

जपते थे हनुमाना,

इस मंत्र कि महिमा को,

सारे जग ने जाना ॥


इस मंत्र से हनुमत ने,

सागर को पार किया,

उस कपटी रावण की,

लंका को उजाड़ दिया ॥


हरे राम हरें रामा,

जपते थे हनुमाना,

इस मंत्र कि महिमा को,

सारे जग ने जाना ॥


इस मंत्र से हार गया,

रावण सा बलशाली,

इस मंत्र से तुलसी ने,

रामायण लिख डाली ॥


हरे राम हरें रामा,

जपते थे हनुमाना,

इस मंत्र कि महिमा को,

सारे जग ने जाना ॥


हरे राम हरे रामा,

जपते थे हनुमाना,

इस मंत्र कि महिमा को,

सारे जग ने जाना ॥

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बाबा ये नैया कैसे डगमग डोली जाये (Baba Ye Naiya Kaise Dagmag Doli Jaye)

बाबा ये नैया कैसे,
डगमग डोली जाए,

मुझे तेरा सहारा सदा चाहिए (Mujhe Tera Sahara Sada Chahiye)

आसरा इस जहाँ का मिले न मिले,
मुझे तेरा सहारा सदा चाहिए ॥

मेरी लाज बचा लो(Meri Laaj Bacha Lo)

कन्हैया आजा, आजा बंसी बजैया
हारे के साथी कहाते हो श्याम

2025 की पहली शनि त्रयोदशी कब है

जब शनिवार और त्रयोदशी तिथि एक साथ आती है तो उसे शनि त्रयोदशी कहते हैं। यह एक खास दिन होता है। यह हर महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को आता है।

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