हे करुणा मयी राधे, मुझे बस तेरा सहारा है (Hey Karuna Mayi Radhe Mujhe Bas Tera Sahara Hai)

हे करुणा मयी राधे,

मुझे बस तेरा सहारा है,

मुझे बस तेरा सहारा है,

अपना लो मुझे श्यामा,

तेरे बिन कौन हमारा है,

तेरे बिन कौन हमारा है,

हे करुणा मयी राधे,

मुझे बस तेरा सहारा है ॥



कोई किसी का नहीं जहाँ में,

झूठी जग की आस,

झूठी जग की आस,

हम बेबस लाचारों की श्यामा,

तुम से यही अभिलाष,

तुम से यही अभिलाष,

दिनों पे कृपा करना,

यही स्वाभाव तुम्हारा है,

यही स्वाभाव तुम्हारा है,

हे करुणा मयी राधें,

मुझे बस तेरा सहारा है ॥


गहरी नदिया नांव पुरानी,

डगमग डोले नैया,

डगमग डोले नैया,

बिच भवर में आन फसा हूँ,

पकड़ो मेरी बहियाँ,

पकड़ो मेरी बहियाँ,

कहीं डूब ना जाऊँ मैं,

किशोरी दूर किनारा है,

किशोरी दूर किनारा है,

हे करुणा मयी राधें,

मुझे बस तेरा सहारा है ॥


तेरे दर पे जो भी आए,

उनको तुम अपनाती,

उनको तुम अपनाती,

गर्दिश के मारो की श्यामा,

बिगड़ी बात बनाती,

बिगड़ी बात बनाती,

हम जैसे अधमो का,

जीवन तुमने ही सवारा है,

जीवन तुमने ही सवारा है,

हे करुणा मयी राधें,

मुझे बस तेरा सहारा है ॥


चित्र विचित्र अपने कर्मो से,

मन ही मन घबराए,

मन ही मन घबराए,

तेरी कृपा का ले के सहारा,

द्वार तुम्हारे आए,

द्वार तुम्हारे आए,

तेरे दर के सिवा मेरा,

कहीं नहीं और गुजारा है,

कहीं नहीं और गुजारा है,

हे करुणा मयी राधें,

मुझे बस तेरा सहारा है ॥

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हे भोले शंकर पधारो (Hey Bhole Shankar Padharo)

हे भोले शंकर पधारो हे भोले शम्भू पधारो
बैठे छिप के कहाँ जटा धारी पधारो

झूलेलाल जयंती 2025 कब है

चेटीचंड, सिंधी समुदाय के लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है। यह पर्व चैत्र शुक्ल द्वितीया को मनाया जाता है, जिसे सिंधी नववर्ष की शुरुआत भी माना जाता है।

बांके बिहारी मुझको देना सहारा (Banke Bihari Mujhko Dena Sahara)

बांके बिहारी मुझे देना सहारा,
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जानकी जयंती पर चौपाइयों का पाठ

जानकी जी के विभिन्न नामों में सीता, मैथिली और सिया प्रमुख हैं। जानकी जयंती के अवसर पर रामचरित मानस की चौपाइयों का पाठ करना बहुत शुभ माना जाता है। यहां कुछ चौपाइयां दी गई हैं जो राम भक्ति से परिपूर्ण हैं।

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