जो तू मिटाना चाहे, जीवन की तृष्णा (Jo Tu Mitana Chahe Jivan Ki Trishna)

जो तू मिटाना चाहे,

जीवन की तृष्णा,

जो तू मिटाना चाहे,

जीवन की तृष्णा,

सुबह शाम बोल बन्दे,

कृष्णा कृष्णा कृष्णा,

सुबह शाम बोल बन्दे,

कृष्णा कृष्णा कृष्णा ॥


कृष्ण नाम पावन पावन,

कृष्ण नाम प्यारा प्यारा,

जो ना बोले कृष्णा कृष्णा,

जग से वो हारा हारा,

मन का मिटे अँधियारा,

बोल कृष्णा कृष्णा,

सुबह शाम बोल बन्दे,

कृष्णा कृष्णा कृष्णा,

सुबह शाम बोल बन्दे,

कृष्णा कृष्णा कृष्णा ॥


जिसको मिली ना पीड़ा,

सुख का मरम क्या जाने,

जो ना ध्याये कृष्णा कृष्णा,

नित का धरम क्या माने,

चाहे अगर उजियाला,

बोल कृष्णा कृष्णा,

सुबह शाम बोल बन्दे,

कृष्णा कृष्णा कृष्णा,

सुबह शाम बोल बन्दे,

कृष्णा कृष्णा कृष्णा ॥


छोड़ दे भटकना दर दर,

तोड़ दे अहम का घेरा,

भूल जा जगत के वैभव,

जग है दुखो का डेरा,

फिरे काहे मारा मारा,

बोल कृष्णा कृष्णा,

सुबह शाम बोल बन्दे,

कृष्णा कृष्णा कृष्णा,

सुबह शाम बोल बन्दे,

कृष्णा कृष्णा कृष्णा ॥


जो तू मिटाना चाहे,

जीवन की तृष्णा,

जो तू मिटाना चाहे,

जीवन की तृष्णा,

सुबह शाम बोल बन्दे,

कृष्णा कृष्णा कृष्णा,

सुबह शाम बोल बन्दे,

कृष्णा कृष्णा कृष्णा ॥

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बालाजी मने राम मिलन की आस (Balaji Mane Ram Milan Ki Aas)

बालाजी मने राम मिलन की आस,
बतादो कब मिलवाओगे ।

रघुनन्दन राघव राम हरे (Raghunandan Raghav Ram Hare Dhun)

रघुनन्दन राघव राम हरे
सिया राम हरे सिया राम हरे ।

मकर संक्रांति पर खिचड़ी क्यों बनती है

मकर संक्रांति का त्योहार आगामी 14 जनवरी को है। देश के कई हिस्सों में इसे खिचड़ी के नाम से भी जाना जाता है। खिचड़ी के चावल से चंद्रमा और शुक्र की शांति संबंधित है।

भगवान हनुमान जी की पूजा विधि

हनुमान जी की पूजा में विशेष मंत्रों और नियमों का पालन करना अत्यंत शुभ माना जाता है। पूजन की शुरुआत गणपति वंदना से होती है, जिसके बाद हनुमान जी को स्नान, वस्त्र, आभूषण, सिंदूर, धूप-दीप और प्रसाद अर्पित किया जाता है।

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