प्रभु रामचंद्र के दूता (Prabhu Ramachandra Ke Dootha)

प्रभु रामचंद्र के दूता,

हनुमंता आंजनेया ।

हे पवनपुत्र हनुमंता,

बलभीमा आंजनेया ।

बलभीमा आंजनेया,

बलभीमा आंजनेया ।


प्रभु रामचंद्र के दूता,

हनुमंता आंजनेया ।

हे पवनपुत्र हनुमंता,

बलभीमा आंजनेया ।

हे पवनपुत्र हनुमंता,

बलभीमा आंजनेया ।

बलभीमा आंजनेया,

बलभीमा आंजनेया ।


जय हो, जय हो,

जय हो, आंजनेया ।

जय हो, जय हो,

जय हो, आंजनेया ।

जय हो, आंजनेया

जय हो, आंजनेया


प्रभु रामचंद्र के दूता,

हनुमंता आंजनेया ।

प्रभु रामचंद्र के दूता,

हनुमंता आंजनेया ।

हे पवनपुत्र हनुमंता,

बलभीमा आंजनेया ।

हे पवनपुत्र हनुमंता,

बलभीमा आंजनेया ।

बलभीमा आंजनेया,

बलभीमा आंजनेया

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कलयुग में फिर से आजा, डमरू बजाने वाले (Kalyug Mein Fir Se Aaja Damru Bajane Wale)

कलयुग में फिर से आजा,
डमरू बजाने वाले,

आमलकी एकादशी कब मनाई जाएगी

पंचांग के अनुसार, हर महीने में दो एकादशी पड़ती हैं और साल में कुल 24 एकादशी पड़ती हैं। इन सभी एकादशी तिथियों का विशेष महत्व होता है।

दूर नगरी, बड़ी दूर नगरी (Door Nagari Badi Door Nagri)

दूर नगरी, बड़ी दूर नगरी
कैसे आऊं मैं कन्हैया,

दर्द किसको दिखाऊं कन्हैया (Dard Kisako Dikhaun Kanaiya)

दर्द किसको दिखाऊं कन्हैया,
कोई हमदर्द तुमसा नहीं है,

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