प्रभु रामचंद्र के दूता (Prabhu Ramachandra Ke Dootha)

प्रभु रामचंद्र के दूता,

हनुमंता आंजनेया ।

हे पवनपुत्र हनुमंता,

बलभीमा आंजनेया ।

बलभीमा आंजनेया,

बलभीमा आंजनेया ।


प्रभु रामचंद्र के दूता,

हनुमंता आंजनेया ।

हे पवनपुत्र हनुमंता,

बलभीमा आंजनेया ।

हे पवनपुत्र हनुमंता,

बलभीमा आंजनेया ।

बलभीमा आंजनेया,

बलभीमा आंजनेया ।


जय हो, जय हो,

जय हो, आंजनेया ।

जय हो, जय हो,

जय हो, आंजनेया ।

जय हो, आंजनेया

जय हो, आंजनेया


प्रभु रामचंद्र के दूता,

हनुमंता आंजनेया ।

प्रभु रामचंद्र के दूता,

हनुमंता आंजनेया ।

हे पवनपुत्र हनुमंता,

बलभीमा आंजनेया ।

हे पवनपुत्र हनुमंता,

बलभीमा आंजनेया ।

बलभीमा आंजनेया,

बलभीमा आंजनेया

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क्यों रखते हैं रवि प्रदोष व्रत

हिंदू पंचांग के अनुसार, फरवरी महीने का पहला प्रदोष व्रत माघ शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाएगा। यह तिथि शुरुआत 9 फरवरी 2025, रविवार के दिन पड़ेगी और इसी दिन व्रत करना फलदायी होगा।

नमो नमो(Namo Namo)

नमो नमो नमो नमो ॥
श्लोक – सतसाँच श्री निवास,

खरमास में शादी-विवाह क्यों रहते हैं बंद

15 दिसंबर से खरमास शुरू होने वाला है। इस दौरान किसी भी तरह का कोई भी मांगलिक कार्य जैसे:- शादी-विवाह, गृह प्रवेश या फिर मांगलिक संस्कार नहीं किए जाते ।

छठ पूजा कथा

छठ पूजा एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि से लेकर सप्तमी तिथि तक मनाया जाता है। इस दौरान सूर्य देवता और छठी मैया की पूजा अर्चना की जाती है।

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