दर्द किसको दिखाऊं कन्हैया (Dard Kisako Dikhaun Kanaiya)

दर्द किसको दिखाऊं कन्हैया,

कोई हमदर्द तुमसा नहीं है,

दुनिया वाले नमक है छिड़कते,

कोई मरहम लगाता नहीं है ।

दर्द किसकों दिखाऊँ कन्हैया,

कोई हमदर्द तुमसा नहीं है ॥


किसको बैरी कहूं किसको अपना,

झूठे वादे है सारे ये सपना,

अब तो कहने में आती शरम है,

रिश्ते नाते ये सारे भरम है,

देख खुशियां मेरी ज़िंदगी की,

रास अपनों को आती नहीं है ।

दर्द किसकों दिखाऊँ कन्हैया,

कोई हमदर्द तुमसा नहीं है ॥


ठोकरों पर है ठोकर खाया,

जब भी दिल दुसरो से लगाया,

हर कदम पे है सबने गिराया,

सबने स्वारथ का रिश्ता निभाया,

तुझसे नैना लड़ाना कन्हैया,

दुनिया वालो को भाता नहीं है ।

दर्द किसकों दिखाऊँ कन्हैया,

कोई हमदर्द तुमसा नहीं है ॥


दर्द किसको दिखाऊं कन्हैया,

कोई हमदर्द तुमसा नहीं है,

दुनिया वाले नमक है छिड़कते,

कोई मरहम लगाता नहीं है ।

दर्द किसकों दिखाऊँ कन्हैया,

कोई हमदर्द तुमसा नहीं है ॥

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सूर्य प्रार्थना

प्रातः स्मरामि खलु तत्सवितुर्वरेण्यं रूपं हि मंडलमृचोऽथ तनुर्यजूंषि।
सामानि यस्य किरणाः प्रभवादिहेतुं ब्रह्माहरात्मकमलक्ष्यमचिन्त्यरूपम् ॥

कहकर तो देख माँ से, दुःख दर्द तेरे दिल के (Kah Kar To Dekh Maa Se Dukh Dard Tere Dil Ke)

कहकर तो देख माँ से,
दुःख दर्द तेरे दिल के,

मां दुर्गा पूजा विधि

पहले बतलाये नियमके अनुसार आसनपर प्राङ्घख बैठ जाय। जलसे प्रोक्षणकर शिखा बाँधे ।

तेरी सूरत पे जाऊं बलिहार रसिया(Teri Surat Pe Jaun Balihari Rasiya)

तेरी सूरत पे जाऊं बलिहार रसिया
मैं तो नाचूंगी तेरे दरवार रसिया ॥

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