शिव उठत, शिव चलत, शिव शाम-भोर है। (Shiv Uthat Shiv Chalat Shiv Sham Bhor Hai)

शिव उठत, शिव चलत, शिव शाम-भोर है।

शिव बुद्धि, शिव चित्त, शिव मन विभोर है॥ ॐ ॐ ॐ...


शिव रात्रि, शिव दिवस, शिव स्वप्न-शयन है।

शिव काल, शिव कला, शिव मास-अयन है॥ ॐ ॐ ॐ...


शिव शब्द, शिव अर्थ, शिवहि परमार्थ है।

शिव कर्म, शिव भाग्य, शिवहि पुरुषार्थ है॥ ॐ ॐ ॐ...


शिव स्नेह, शिव राग, शिवहि अनुराग है।

शिव कली, शिव कुसुम, शिवहि पराग है॥ ॐ ॐ ॐ...


शिव भोग, शिव त्याग, शिव तत्व-ज्ञान है।

शिव भक्ति, शिव प्रेम, शिवहि विज्ञान है॥ ॐ ॐ ॐ...


शिव स्वर्ग, शिव मोक्ष, शिव परम साध्य है।

शिव जीव, शिव ब्रह्म, शिवहि आराध्य है॥ ॐ ॐ ॐ...

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हम लाड़ले खाटू वाले के हमें बाबा लाड़ लड़ाता है (Hum Ladale Khatu Wale Ke Hame Baba Laad Ladata Hai)

हम लाड़ले खाटू वाले के,
हमें बाबा लाड़ लड़ाता है,

कालाष्टमी में मंत्र जाप

सनातन हिंदू धर्म में कालाष्टमी का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह विशेष दिन काल भैरव बाबा को समर्पित है। यदि कोई साधक इस तिथि पर सच्चे मन से भगवान शिव के रौद्र रूप भैरव बाबा की पूजा करता है।

होली खेलन आयो श्याम, आज(Holi Khelan Aayo Shyam, Aaj)

होली खेलन आयो श्याम
होली खेलन आयो श्याम,

हम वन के वासी, नगर जगाने आए (Hum Van Ke Vaasi Nagar Jagane Aaye)

हम वन के वासी,
नगर जगाने आए ॥

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