उलझ मत दिल बहारो में 2 (Ulajh Mat Dil Bharo Me -2)

उलझ मत दिल बहारो में बहारो का भरोसा क्या,

सहारे छुट जाते है सहरो का बरोसा क्या


तमनाये जो तेरी है फुहारे है वो सवान की,

फुहारे है सुक जाती है फुकारो का भरोसा क्या


उलझ मत दिल बहारो में बहारो का भरोसा क्या,

सहारे छुट जाते है सहरो का बरोसा क्या


दिलासे यो यहाँ के सभी रंगिन नजारे है,

नजारे रूसे जाते है नजारों का भरोसा क्या


उलझ मत दिल बहारो में बहारो का भरोसा क्या,

सहारे छुट जाते है सहरो का बरोसा क्या


इन्ही रंगीन गुबारों पर आरे दिल क्यों फ़िदा होता,

गुबारे फुट जाते है दुबारो का भरोसा क्या


उलझ मत दिल बहारो में बहारो का भरोसा क्या,

सहारे छुट जाते है सहरो का बरोसा क्या


तू हरी का नाम लेकर के किनारों से किनारा कर,

किनारे कूट जाते है किनारों का भरोसा क्या


उलझ मत दिल बहारो में बहारो का भरोसा क्या,

सहारे छुट जाते है सहरो का बरोसा क्या

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सोमवती अमावस्या व्रत कथा

अमावस्या का हिंदू धर्म में खास महत्व होता है। सोमवार को पड़ने की वजह से इस अमावस्या को सोमवती अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस दौरान पितरों की पूजा होती है। दिसंबर माह में सोमवती अमावस्या सोमवार, 30 दिसंबर 2024 को है।

आरती प्रियाकांत जू की (Aarti Priyakant Ju Ki)

आरती प्रियाकांत जु की , सुखाकर भक्त वृन्द हु की |
जगत में कीर्तिमयी माला , सुखी सुन सूजन गोपी ग्वाला |

मेरे बालाजी सरकार मैं तेरा हो जाऊँ (Mere Balaji Sarkar Main Tera Ho Jaun)

शिव शंकर के अवतार,
मेरे बालाजी सरकार,

आये नवरात्रे मैया, उपकार कीजिय (Aaye Navratre Maiya, Upkar Kijiye)

अब करके दया,
हम बच्चों का उद्धार कीजिये,

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