Vrindavan Me Hukum Chale Barsane Wali Ka (वृन्दावन में हुकुम चले, बरसाने वाली का)

वृन्दावन में हुकुम चले,

बरसाने वाली का,

कान्हा भी दिवाना है,

श्री राधे रानी का ॥


वहां डाली डाली पर,

वहां पत्ते पत्ते पर,

राज राधे का चलता,

गांव के हर रस्ते पर,

चारो तरफ़ डंका बजता,

वृषभानु दुलारी का,

कान्हा भी दिवाना है,

श्री राधे रानी का ॥


कोई नन्दलाल कहता,

कोई गोपाल कहता,

कोई कहता कन्हैया,

कोई बन्शी का बजैया,

नाम बदलकर रख डाला,

उस कृष्ण मुरारी का,

कान्हा भी दिवाना है,

श्री राधे रानी का ॥


सबको कहते देखा,

बड़ी सरकार है राधे,

लगेगा पार भव से,

कहो एक बार राधे,

बड़ा गजब का रुतबा है,

उसकी सरकारी का,

कान्हा भी दिवाना है,

श्री राधे रानी का ॥


तमाशा एक देखा,

जरा ‘बनवारी’ सुनले,

राधा से मिलने खातिर,

कन्हैया भेष है बदले,

कभी तो चूड़ी वाले का,

और कभी पुजारी का,

कान्हा भी दिवाना है,

श्री राधे रानी का ॥


​वृन्दावन में हुकुम चले,

बरसाने वाली का,

कान्हा भी दिवाना है,

श्री राधे रानी का ॥

........................................................................................................
मरना है तो एक बार मरो (Marna Hai Too Ek Bar Maro)

मरना है तो एक बार मरो,
फिर चौरासी में पड़ना क्या,

ऋषि पंचमी पर जानें क्या है पुजा का शुभ मुहुर्त और इस दिन का महत्व

भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाने वाला ऋषि पंचमी पर्व हमारे जीवन में पवित्रता और ज्ञान का संगम है।

ओम जय गौरी नंदा (Om Jai Gauri Nanda)

ॐ जय गौरी नंदा,
प्रभु जय गौरी नंदा,

हरी हरी भांग का मजा लीजिये(Hari Hari Bhang Ka Maja Lijiye)

हरी हरी भांग का मजा लीजिये,
सावन में शिव की बूटी पिया कीजिये,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने