अरज सुणो बनवारी (Araj Suno Banwari)

अरज सुणो बनवारी सांवरियां म्हारी,

अरज सुणो बनवारी,

अरज सुनो गिरधारी सांवरिया म्हारी,

अरज सुनो गिरधारी ॥


श्वास श्वास मे थारे सुमीरु दाता,

भूलों मति बनवारी,

भुल गया तो रे,

लाज जावेगी,

हँसी होवेगी घणी थारी,

सांवरियां म्हारी अरज सुणो बनवारी ॥


माया नागणि कियो है कुन्डालो दाता,

ईण ते बेगी उबारो,

मोह माया ने रे,

जाल फसायो,

अब सुध लेवो बनवारी,

सांवरियां म्हारी अरज सुणो बनवारी ॥


मै मतिहीन हूँ कछु नही दाता,

आयो शरण तिहारि,

भवसागर में रे,

घणो दुख पायो,

अब की पार उतारो,

सांवरियां म्हारी अरज सुणो बनवारी ॥


आगे संत अनंत ऊबारया दाता,

अबकी बारी हमारी,

दास मलूक कहे रे,

भूली मति जाजौ,

म्हणे तो भरोसों बड़ो भारी,

सांवरियां म्हारी अरज सुणो बनवारी ॥


अरज सुणो बनवारी सांवरियां म्हारी,

अरज सुणो बनवारी,

अरज सुनो गिरधारी सांवरिया म्हारी,

अरज सुनो गिरधारी ॥

........................................................................................................
मासिक शिवरात्रि की पूजा विधि

मासिक शिवरात्रि व्रत काफ़ी शुभ माना जाता है। यह त्योहार हर मास कृष्ण पक्ष के 14वें दिन मनाया जाता है। इस बार यह व्रत शुक्रवार, 29 नवंबर 2024 के दिन मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो भक्त इस तिथि पर व्रत रखते हैं और पूजा करते हैं, उन्हें सुख-शांति और धन-वैभव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। कहा जाता है कि शिव जी की कृपा प्राप्त करने के लिए यह व्रत काफ़ी महत्वपूर्ण है।

श्री कृष्ण चालीसा

सनातन धर्म में भगवान श्रीकृष्ण को पूर्णावतार माना गया है। उनका जन्म भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को हुआ था।

होली रे होली बरसाने की होली (Holi Re Holi Barsane Ki Holi)

राधा कृष्ण ने मिल कर खेली बरसाने की होली,
संग किशन के ग्वाल सखा है सखियाँ राधा टोली,

मां वैष्णो देवी चालीसा (Maa Vaishno Devi Chalisa)

गरुड़ वाहिनी वैष्णवी, त्रिकुटा पर्वत धाम
काली, लक्ष्मी, सरस्वती, शक्ति तुम्हें प्रणाम।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने