बांटो बांटो मिठाई मनाओ ख़ुशी (Banto Banto Mithai Manao Khushi)

बांटो बांटो मिठाई मनाओ खुशी,

मुँह मीठा करवाओ अवध वासियो ।

आज वन से अवध आ रहे है प्रभु,

दीप माला सजाओ अवध वासियो ।


आ रहे राम रावण का संगार कर,

पापी असुरो से धरती का उधार कर,

काली कजरारी रजनी अमावस्या की,

इसे रोशन बनाओ अवध वासियो,

बांटो बांटो मिठाई मनाओ खुशी ।


माता सीता सहित श्री लखन याम्वन्त,

वीर हनुमान सुग्रीव अंगद के संग,

वो भी लंका पति श्री बीविशन को भी,

अपने वन का कराओ अवध वासियो,

बांटो बांटो मिठाई मनाओ खुशी ।


आ रहा राम का राज्ये गूंजे ये स्वर,

झूमे कुलदीप सरयू की पावन लहर,

पुष्प वर्षा करे देव देवेंदर संग,

धरती माँ को सजाओ अवध वासियो

बांटो बांटो मिठाई मनाओ खुशी ।

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आई बागों में बहार, झूला झूले राधा प्यारी (Aai Bhagon Me Bahar Jhula Jhule Radha Rani)

आई बागों में बहार,
झूला झूले राधा प्यारी ।

सज धज बैठ्या दादीजी, लुन राई वारा (Saj Dhaj Baithya Dadi Ji Lunrai Vara)

सज धज बैठ्या दादीजी,
लुन राई वारा,

अथ श्री देव्याः कवचम् (Ath Shree Devya Kavacham)

देव्याः कवचम् का अर्थात देवी कवच यानी रक्षा करने वाला ढाल होता है ये व्यक्ति के शरीर के चारों ओर एक प्रकार का आवरण बना देता है, जिससे नकारात्मक शक्तियों से रक्षा होती है।

होली पर भगवान को कौन से गुलाल चढ़ाएं

होली रंगों का त्योहार है। इसलिए भगवान को रंग चढ़ाना और भी खास और शुभ होता है। इसलिए यह जानना जरूरी है कि किस भगवान को कौन सा रंग चढ़ाया जाता है और उसका क्या महत्व है।

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