जिसकी लागी रे लगन भगवान में (Jiski Lagi Re Lagan Bhagwan Mein)

जिसकी लागी रे लगन भगवान में,

उसका दिया रे जलेगा तूफान में।


जिसकी लागी रे लगन भगवान में,

उसका दिया रे जलेगा तूफान में।


तन का दिया मन की बाती, हरी भजन का तेल रे।

तन का दिया मन की बाती...

काहे को तू घबराता है, ये तो प्रभु का खेल रे।

काहे को तू घबराता है...

॥ जिसकी लागी रे लगन भगवान में...॥


इस दुनिया में कौन बनाये, सबके बिगड़े काम रे।

इस दुनिया में कौन बनाये...

अनहोनी को होनी करदे, उसका नाम है राम रे।

इस दुनिया में कौन बनाये...

॥ जिसकी लागी रे लगन भगवान में...॥


जिसकी लागी रे लगन भगवान में,

उसका दिया रे जलेगा तूफान में।


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चन्द्रघंटा माँ से अर्जी मेरी (Chandraghanta Maa Se Arji Meri)

चन्द्रघंटा माँ से अर्जी मेरी,
मैं दास बनूँ तेरा,

श्री बालाजी चालीसा (Shri Balaji Chalisa)

श्री गुरु चरण चितलाय के धरें ध्यान हनुमान ।
बालाजी चालीसा लिखे “ओम” स्नेही कल्याण ।।

आजा भक्तो की सुनके पुकार, ओ मरघट वाले बाबा जी (Aaja Bhakto Ki Sun Ke Pukar O Marghat Wale Baba Ji)

आजा भक्तो की सुनके पुकार,
ओ मरघट वाले बाबा जी,

सिंघ सवारी महिमा भारी: भजन (Singh Sawari Mahima Bhari)

सिंघ सवारी महिमा भारी,
पहाड़ों में अस्थान तेरा,

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