जिसकी लागी रे लगन भगवान में (Jiski Lagi Re Lagan Bhagwan Mein)

जिसकी लागी रे लगन भगवान में,

उसका दिया रे जलेगा तूफान में।


जिसकी लागी रे लगन भगवान में,

उसका दिया रे जलेगा तूफान में।


तन का दिया मन की बाती, हरी भजन का तेल रे।

तन का दिया मन की बाती...

काहे को तू घबराता है, ये तो प्रभु का खेल रे।

काहे को तू घबराता है...

॥ जिसकी लागी रे लगन भगवान में...॥


इस दुनिया में कौन बनाये, सबके बिगड़े काम रे।

इस दुनिया में कौन बनाये...

अनहोनी को होनी करदे, उसका नाम है राम रे।

इस दुनिया में कौन बनाये...

॥ जिसकी लागी रे लगन भगवान में...॥


जिसकी लागी रे लगन भगवान में,

उसका दिया रे जलेगा तूफान में।


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श्री हनुमान लला जी की आरती

आरती कीजै हनुमान लला की ।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥

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