कहा प्रभु से बिगड़ता क्या (Kaha Prabhu Se Bigadta Kya)

कहा प्रभु से बिगड़ता क्या,

मेरी बिगड़ी बनाने में


मजा क्या आ रहा तुमको,

मुझे दर दर घूमाने में


वे बोले क्यों मेरे पीछे,

पड़ा तू रोज रहता है,


मैं बोला, दूसरा कोई

और बता दो जमाने में


वे बोले कि हजारों हैं,

करूंगा कृपा किस किस पर


मैं बोला साफ ही कह हो,

बचा कुछ नहीं खजाने में


वे बोले होश में बोलो,

नहीं तो रूठ जाऊँगा,


मैं बोला हो बड़े माहिर,

जल्दी रूठ जाने में


कहीं कुछ साधना की है,

वो बोले तो कहा मैंने


सुना है रीझ जाते हो

फकत आंसू बहाने में


वे बोले मेरी मर्जी है

करूंगा जो भी चाहूंगा


मैं बोला कर दो परिवर्तन,

करूणानिधि कहाने में


वे बोले करुणा दया न होती

तो जन राजेश न होते


मैं बोला हर्ज फिर क्या है,

मुझे मुख छवि दिखाने में


कहा प्रभु से बिगड़ता क्या,

मेरी बिगड़ी बनाने में

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जब तें रामु ब्याहि घर आए(Jab Te Ram Bhayai Ghar Aaye)

श्री गुरु चरन सरोज रज
निज मनु मुकुरु सुधारि ।

चले है भोला, सज धज के - भजन (Chale Hai Bhola Saj Dhaj Ke)

भोला तन पे भस्म लगाये,
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चंपा षष्ठी की पूजा विधि

भगवान शिव के योद्धा अवतार को समर्पित चम्पा षष्ठी हर साल मार्गशीर्ष माह के शुक्लपक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। यह त्योहार मुख्य रुप से महाराष्ट्र और कर्नाटक में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।

मेरे श्याम धणी की मोरछड़ी(Mere Shyam Dhani Ki Morchadi)

मेरे श्याम धणी की मोरछड़ी,
पल भर में जादू कर जाएगी,

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