राधा कौन से पुण्य किये तूने(Radha Kon Se Punya Kiye Tune)

राधा कौन से पुण्य किये तूने,

जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥


राधा जब सोलह शृंगार करे,

प्रभ दर्पण आप दिखाते है,

राधा कौन से पुण्य किये तूने,

जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥


राधा जब पनघट पे जावे,

प्रभु मटकी आप उठाते है,

राधा कौन से पुण्य किये तूने,

जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥


राधा जब भोग तैय्यार करे,

हरी आकर भोग लगाते है,

राधा कौन से पुण्य किये तूने,

जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥


राधा जब कुँजन मे जावे,

प्रभु आकर रास रचाते है,

राधा कौन से पुण्य किये तूने,

जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥


राधा कौन से पुण्य किये तूने,

जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥

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छम छम नाचे देखो वीर हनुमाना (Cham Cham Nache Dekho Veer Hanumana)

छम छम नाचे देखो वीर हनुमाना
छम छम नाचे देखो वीर हनुमाना

मां लक्ष्मी पूजा विधि

दीपावली, जिसे दीपोत्सव या महालक्ष्मी पूजन का पर्व भी कहा जाता है, भारतीय संस्कृति का सबसे पावन त्योहारों में से एक है। यह पर्व विशेषकर धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए ही मनाया जाता है।

प्रभुजी मोरे अवगुण चित ना धरो (Prabhuji More Avgun Chit Naa Dharo)

प्रभुजी मोरे/मेरे अवगुण चित ना धरो,
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो,

Shri Pitra Chalisa (श्री पितृ चालीसा)

हे पितरेश्वर नमन आपको, दे दो आशीर्वाद,
चरणाशीश नवा दियो रख दो सिर पर हाथ।

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