सोचा नहीं जो ख्वाब में, उतना हमें मिला: भजन (Socha Nahi Jo Khwab Me Utna Hame Mila)

सोचा नहीं जो ख्वाब में,

उतना हमें मिला,

टूटे ना तेरी रहमतों का,

श्याम सिलसिला,

सोचा नही था ख्वाब में ॥


एक दिन मेरी ये जिंदगी,

तेरे दर पे मुड़ गई,

टूटी हुई थी ख्वाहिशे,

एक पल में जुड़ गई,

पहली ही हाजरी का,

इतना दिया सिला,

टूटे ना तेरी रहमतों का,

श्याम सिलसिला,

सोचा नही जो ख्वाब में ॥


सेवा में जबसे आपने,

मुझको लगा लिया,

तेरी कृपा का हर घडी,

एहसास है किया,

मुझे जिंदगी से अब प्रभु,

रहा ना कोई गिला,

टूटे ना तेरी रहमतों का,

श्याम सिलसिला,

सोचा नही जो ख्वाब में ॥


आई जो मुश्किलें कभी,

प्रभु दूर हो गई,

गुमनाम सी ये जिंदगी,

मशहूर हो गई,

मुश्किल भरी डगर में भी,

विश्वास ना हिला,

टूटे ना तेरी रहमतों का,

श्याम सिलसिला,

सोचा नही जो ख्वाब में ॥


तेरे प्रेमियों में बस प्रभु,

मेरा भी नाम हो,

चरणों में आपके प्रभु,

जीवन की शाम हो,

‘रोमी’ को अपनी गोद में,

लेना प्रभु सुला,

टूटे ना तेरी रहमतों का,

श्याम सिलसिला,

सोचा नही जो ख्वाब में ॥


सोचा नहीं जो ख्वाब में,

उतना हमें मिला,

टूटे ना तेरी रहमतों का,

श्याम सिलसिला,

सोचा नही था ख्वाब में ॥

........................................................................................................
तेरे दरबार में मैय्या खुशी मिलती है

तेरी छाया मे, तेरे चरणों में,
मगन हो बैठूं, तेरे भक्तों में॥

श्री गायत्री चालीसा (Sri Gayatri Chalisa)

हीं श्रीं, क्लीं, मेधा, प्रभा, जीवन ज्योति प्रचण्ड ।
शांति, क्रांति, जागृति, प्रगति, रचना शक्ति अखण्ड ॥

शिव शंकर तुम कैलाशपति (Shiv Shankar Tum Kailashpati)

शिव शंकर तुम कैलाशपति,
है शीश पे गंग विराज रही,

क्यों खास है डोल पूर्णिमा

डोल पूर्णिमा का त्यौहार मुख्य रूप से बंगाल, असम, त्रिपुरा, गुजरात, बिहार, राजस्थान और ओडिशा में मनाया जाता है। इस दिन राधा-कृष्ण की मूर्ति को पालकी पर बिठाया जाता है और भजन गाते हुए जुलूस निकाला जाता है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने