आता रहा है सांवरा, आता ही रहेगा (Aata Raha Hai Sanwara, Aata Hi Rahega)

आता रहा है सांवरा,

आता ही रहेगा,

दीनों की लाज श्याम,

दीनों की लाज श्याम,

बचाता ही रहेगा,

आता रहा है साँवरा,

आता ही रहेगा ॥


गिरते हुए को और ही,

गिराता है जहान,

गिरते हुए को थाम ले,

ऐसा कोई कहाँ,

गिरते को थाम श्याम,

गिरते को थाम श्याम,

उठाता ही रहेगा,

आता रहा है साँवरा,

आता ही रहेगा ॥


हारे का साथ देने की,

मुश्किल बड़ी डगर,

देकर के दान शीश का,

वो हो गया अमर,

माँ को दिया वचन वो,

माँ को दिया वचन वो,

निभाता ही रहेगा,

आता रहा है साँवरा,

आता ही रहेगा ॥


हालात से जो हार कर,

दरबार आ गया,

‘सूरज’ इनसे जीत का,

वरदान पा गया,

हारे हुए को श्याम,

हारे हुए को श्याम,

जीताता ही रहेगा,

आता रहा है साँवरा,

आता ही रहेगा ॥


आता रहा है सांवरा,

आता ही रहेगा,

दीनों की लाज श्याम,

दीनों की लाज श्याम,

बचाता ही रहेगा,

आता रहा है साँवरा,

आता ही रहेगा ॥

........................................................................................................
नरसिंह द्वादशी व्रत विधि

नरसिंह द्वादशी सनातनियों का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो भगवान विष्णु के अवतार नरसिंह को समर्पित है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, अपने प्रिय भक्त प्रहलाद की रक्षा करने के लिए भगवान विष्णु ने रौद्र रूप में अवतार लिया था, जिन्हें लोग आज नरसिंह भगवान के रूप में पूजते हैं।

मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा के दिन करें ये विशेष उपाय

हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है। मार्गशीर्ष महीने को भगवान श्रीकृष्ण का प्रिय महीना माना गया है। ऐसे में इस माह में पड़ने वाली पूर्णिमा का महत्व कई गुना अधिक है। इसे मार्गशीर्ष पूर्णिमा कहा जाता है, जो इस साल 15 दिसंबर को है।

धुला लो पाँव राघव जी, अगर जो पार जाना है (Dhul Lo Paanv Raghav Ji Agar Jo Paar Jana Hai)

धुला लो पाँव राघव जी,
अगर जो पार जाना है,

कभी धूप कभी छाँव (Kabhi Dhoop Kabhi Chhaon)

सुख दुःख दोनों रहते जिस में
जीवन है वो गाओं

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने