ऐ री मैं तो प्रेम दिवानी (Ae Ri Main To Prem Diwani)

ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,

मेरो दर्द न जाणै कोय ।

ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,

मेरो दर्द न जाणै कोय ।


ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,

मेरो दर्द न जाणै कोय ।


घायल की गति घायल जाणै,

जो कोई घायल होय ।

जौहरि की गति जौहरी जाणै,

की जिन जौहर होय ॥


सूली ऊपर सेज हमारी,

सोवण किस बिध होय ।

गगन मंडल पर सेज पिया की,

किस बिध मिलणा होय ॥


दर्द की मारी बन-बन डोलूं,

वैद्य मिल्या नहिं कोय ।

मीरा की प्रभु पीर मिटेगी,

जद वैद्य सांवरिया होय ॥


ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,

मेरो दर्द न जाणै कोय ।

ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,

मेरो दर्द न जाणै कोय ।


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