बंसी बजा के मेरी निंदिया चुराई (Bansi Bajake Meri Nindiya Churai)

बंसी बजा के मेरी निंदिया चुराई,

लाडला कन्हैया मेरा कृष्ण कन्हाई,

कुञ्ज गली में ढूंढें तुम्हे राधा प्यारी,

कहाँ गिरधारी मेरे कहाँ गिरधारी ॥


आँख मिचौली काहे खेले तु कान्हा,

पलके बिछाए बैठी तेरी में राधा,

काश में तेरी बन जाती बंसुरिया,

अधरों से तेरे लग जाती में सांवरिया,

नैना निहारे पन्थ आओ मुरारी,

कहाँ गिरधारी मेरे कहाँ गिरधारी ॥


याद जो आये मोहे पल महारास के,

थिरके पायलिया मृदंग ताल पे,

जितनी गोपिया उतने गोविन्दा,

कण कण में हे जेसे भगवंता,

पल ना पड़े अब कान्हा पल पल भारी,

कहाँ गिरधारी मेरे कहा गिरधारी ॥


बंसी बजा के मेरी निंदिया चुराई,

लाडला कन्हैया मेरा कृष्ण कन्हाई,

कुञ्ज गली में ढूंढें तुम्हे राधा प्यारी,

कहाँ गिरधारी मेरे कहाँ गिरधारी ॥

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मन मंदिर में राम होना चाहिए: भजन (Maan Mandir Mein Ram Hona Chahiye)

जुबां पे राम का नाम होना चाहिए,
मन मंदिर में राम होना चाहिए,

बांके बिहारी की देख छटा (Banke Bihari Ki Dekh Chhata)

बांके बिहारी की देख छटा,
मेरो मन है गयो लटा पटा।

शुक्रवार की पूजा विधि

हिंदू धर्म में शुक्रवार का दिन विशेष रूप से देवी लक्ष्मी से जुड़ा होता है। इसे लक्ष्मी व्रत या शुक्रवार व्रत के रूप में मनाया जाता है।

बम बम भोला, पहना सन्यासी चोला (Bam Bam Bhola Pahna Sanyasi Chola)

बम बम बम बम बम भोला,
पहना सन्यासी चोला,

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