मैं बेटा हूँ महाकाल का - भजन (Main Beta Hun Mahakal Ka)

दीवाना हूँ महाकाल का,

उज्जैन के सरकार का,

भोले बाबा मेरे है,

मैं बेटा हूँ महाकाल का,

दीवाना हूँ महाकाल का,

उज्जैन के सरकार का ॥


दरबार तेरे आऊंगा,

तेरी भक्ति में रंग जाऊंगा,

सब भक्तो के साथ मिलकर,

तेरी जय जयकार लगाऊंगा,

ना घेरा हो कोई काल का,

ना माया का ना जंजाल का,

भोले बाबा मेरे है,

मैं बेटा हूँ महाँकाल का,

दीवाना हूँ महाँकाल का,

उज्जैन के सरकार का ॥


जब जब जपलु जय महाँकाल,

जीवन हो जाये खुशहाल,

कृपा करदो बस महाँकाल,

भगत तेरा हो जाये निहाल,

दुनिया के पालनहार का,

मेरे शम्भू दिन दयाल का,

भोले बाबा मेरे है,

मैं बेटा हूँ महाँकाल का,

दीवाना हूँ महाँकाल का,

उज्जैन के सरकार का ॥


दुनिया से अब नही है नाता,

तू ही पिता मेरा तू ही माता,

मुझको नही अब कोई भाता,

भक्त तो महाँकाल गाता,

जग में मेरे मान का,

तू रखता ध्यान हि लाल का,

भोले बाबा मेरे है,

मैं बेटा हूँ महाँकाल का,

दीवाना हूँ महाँकाल का,

उज्जैन के सरकार का ॥


दीवाना हूँ महाकाल का,

उज्जैन के सरकार का,

भोले बाबा मेरे है,

मैं बेटा हूँ महाकाल का,

दीवाना हूँ महाकाल का,

उज्जैन के सरकार का ॥

........................................................................................................
काली सहस्त्रनाम (Kali Sahastranam)

श्मशान-कालिका काली भद्रकाली कपालिनी ।

मीन संक्रांति का महत्व

मान्यताओं के अनुसार जब भगवान सूर्य मीन राशि में प्रवेश करते हैं तो मीन संक्रांति मनाई जाती है। यह तिथि फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को होती है।

सूर्यग्रहण में सूतक क्या होता है

हर ग्रहण के दौरान एक सूतक काल होता है। जिसमें कोई शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। सूतक काल का खास महत्व होता है। यह धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जाता है।

ललिता जयंती 2025 कब है

माता ललिता को समर्पित यह ललिता जयंती हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। बता दें कि ललिता व्रत, शरद नवरात्रि के पाँचवें दिन किया जाता है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।