मेरे साथ रहना श्याम(Mere Sath Rehna Shyam)

बाबा देखो मेरी ओर,

मैं हूँ अति कमजोर,

मेरे साथ रहना,

बाबा देखो मेरी ओर ॥


नैया है भवर में खाये रे हीचकोले,

संभालो पतवार,

मैंने किये लाखों जतन मेरे बाबा,

गया हूँ अब हार,

गया हूं अब हार,

संभालो पतवार,

बाबा देखो मेरी ओर,

मैं हूँ अति कमजोर,

मेरें साथ रहना,

बाबा देखो मेरी ओर ॥


तू ही मेरा मालिक तू ही है एक साथी,

सिखाया है यही,

तू ही गर रूठे तो जाएंगे कहाँ ये,

बताया ही नहीं,

बताया ही नहीं,

सिखाया ही नहीं,

बाबा देखो मेरी ओर,

मैं हूँ अति कमजोर,

मेरें साथ रहना,

बाबा देखो मेरी ओर ॥


जग का सताया तूने ही अपनाया,

तुम्हीं से मेरी आस,

चाहे आधी रातो में तुझको बुलाऊ,

आएगा मेरे पास,

आएगा मेरे पास,

है पूरा विश्वास,

बाबा देखो मेरी ओर,

मैं हूँ अति कमजोर,

मेरें साथ रहना,

बाबा देखो मेरी ओर ॥


तुझसे ना छानी ‘सचिन’ की कहानी,

तू जाने सारी बात,

तेरे आगे बाबा समर्पण मेरा,

उठाऊं दोनो हाथ,

उठाऊं दोनो हाथ,

संभालो दीनानाथ,

बाबा देखो मेरी ओर,

मैं हूँ अति कमजोर,

मेरें साथ रहना,

बाबा देखो मेरी ओर ॥


बाबा देखो मेरी ओर,

मैं हूँ अति कमजोर,

मेरे साथ रहना,

बाबा देखो मेरी ओर ॥


........................................................................................................
थोड़ा देता है या ज्यादा देता है (Thoda Deta Hai Ya Jyada Deta Hai)

थोड़ा देता है या ज्यादा देता है,
हमको तो जो कुछ भी देता,

षटतिला एकादशी व्रत उपाय

माघ मास में कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को षटतिला एकादशी मनाई जाती है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु का पूजन करने से धन की प्राप्ति होती है। इस दिन पूजा में तिल का प्रयोग अवश्य करना चाहिए।

महाशिवरात्रि पूजा विधि

महाशिवरात्रि पर ही मां पार्वती व भगवान शिव विवाह के बंधन में बंधे थे। महाशिवरात्रि फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव व माता पार्वती को समर्पित है।

तेरे नाम का दीवाना, तेरे द्वार पे आ गया है: भजन (Tere Naam Ka Diwana Tere Dwar Pe Aa Gaya Hai)

तेरे नाम का दीवाना,
तेरे द्वार पे आ गया है,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने