मोहे मुरली बना लेना(Mohe Murli Bana Lena)

कान्हा मेरी सांसो पे,

नाम अपना लिखा लेना,

फिर जो जन्म लूँ मैं,

मोहे मुरली बना लेना,

कान्हा मेरी सांसो पे,

नाम अपना लिखा लेना ॥


मेरी यही अर्जी है,

आगे तेरी मर्जी है,

रंगे जिस रंग राधा,

उस रंग में रंगा लेना,

मैंने तोहे पलको के,

पलने झुलाए है,

सांवरे मोहे अपने,

हाथो में झूला लेना,

फिर जो जन्म लूँ मैं,

मोंहे मुरली बना लेना,

कान्हा मेरी सांसो पे,

नाम अपना लिखा लेना ॥


दिखे तस्वीर तेरी,

कान्हा मेरी अँखियों में,

मुझे मेरी सखियों के,

तानो से बचा लेना,

जन्मो की ये तृष्णा,

ऐसे ना मिटेगी कृष्णा,

प्रेम से निहार के मोहे,

अधरों से लगा लेना,

फिर जो जन्म लूँ मैं,

मोंहे मुरली बना लेना,

कान्हा मेरी सांसो पे,

नाम अपना लिखा लेना ॥


मोहे मोह माया की,

धुप ना छू पाए,

प्यारे पीताम्बरी की,

छैया में छुपा लेना,

‘मेनका’ ने मन मोहन,

तुझमे रमाया है,

तेरे संग प्रीत लगी,

अब दुनिया से क्या लेना,

फिर जो जन्म लूँ मैं,

मोंहे मुरली बना लेना,

कान्हा मेरी सांसो पे,

नाम अपना लिखा लेना ॥


कान्हा मेरी सांसो पे,

नाम अपना लिखा लेना,

फिर जो जन्म लूँ मैं,

मोहे मुरली बना लेना,

कान्हा मेरी सांसो पे,

नाम अपना लिखा लेना ॥

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मेरो लाला झूले पालना, नित होले झोटा दीजो (Mero Lala Jhule Palna Nit Hole Jhota Dijo)

मेरो लाला झूले पालना, नित होले झोटा दीजो
नित होले झोटा दीजो, नित होले झोटा दीजो

श्री प्रेतराज चालीसा (Shree Pretraj Chalisa)

गणपति की कर वंदना, गुरू चरनन चितलाये।
प्रेतराज जी का लिखूं, चालीसा हरषाय।

स्कंद षष्ठी व्रत पूजा विधि

हर महीने शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को स्कंद षष्ठी व्रत रखा जाता है। स्कंद षष्ठी व्रत जीवन में शुभता और समृद्धि लाने का एक विशेष अवसर है। इस दिन भगवान कार्तिकेय की पूजा विधिपूर्वक करने से व्यक्ति के सभी दुख दूर होते हैं।

चैत्र अमावस्या पर ये गलतियां न करें

हिंदू धर्म में चैत्र अमावस्या का विशेष महत्व है। यह दिन पितृ शांति और आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए बहुत शुभ माना जाता है।

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