राधे जय जय माधव दयिते (Radhe Jai Jai Madhav Dayite)

राधे जय जय माधव-दयिते

गोकुल-तरुणी-मंडल-महिते


दामोदर-रति-वर्धन-वेषे

हरि-निष्कुट-वृंदा-विपिनेशे


राधे जय जय माधव-दयिते

गोकुल-तरुणी-मंडल-महिते


वृषभानुदधि-नव-शशि-लेखे

ललिता-सखि गुण-रमित-विशाखे


राधे जय जय माधव-दयिते

गोकुल-तरुणी-मंडल-महिते


करुणां कुरु मयि करुणा-भरिते

सनक सनातन वर्णित चरिते


राधे जय जय माधव-दयिते

गोकुल-तरुणी-मंडल-महिते

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हुई गलियों में जय जयकार (Hui Galiyon Mein Jai Jaikaar)

हुई गलियों में जय जयकार,
आया गणपति तेरा त्यौहार ॥

दुर्गा सप्तशती का पाठ कैसे करें

दुर्गा सप्तशती का पाठ देवी दुर्गा की कृपा पाने का एक अत्यंत पवित्र और प्रभावशाली माध्यम है। इसे 'चंडी पाठ' के नाम से भी जाना जाता है। दुर्गा सप्तशती में 700 श्लोक हैं, जो देवी दुर्गा की महिमा, उनकी विजय और शक्ति का वर्णन करते हैं।

Mann Mein Basakar Teri Murti (मन में बसाकर तेरी मूर्ति)

मन में बसाकर तेरी मूर्ति,
उतारू में गिरधर तेरी आरती ॥

भारत माता तेरा आँचल (Bharat Mata Tera Aanchal)

भारत माता तेरा आँचल,
हरा-भरा धानी-धानी ।

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