सांवरा जब मेरे साथ है(Sanwara Jab Mere Sath Hai)

सांवरा जब मेरे साथ है,

हमको डरने की क्या बात है ।

इसके रहते कोई कुछ कहे,

बोलो किसकी यह औकात है ॥


छाये काली घटाए तो क्या,

इसकी छतरी के नीचे हूँ मैं ।

आगे आगे यह चलता मेरे,

मेरे मालिक के पीछे हम मैं ।

इसने पकड़ा मेरा हाथ है,

मुझको डरने की क्या बात है ॥


इसकी महिमा का वर्णन करू,

मेरी वाणी में वो दम नहीं ।

जब से इसका सहारा मिला

फिर सताए कोई गम नहीं ।

बाबा करता करामत है

हमको डरने की क्या बात है ॥


क्यों मैं भटकू यहाँ से वहां

इसके चरणों में है बैठना ।

झूठे स्वार्थ के रिश्ते सभी,

कहना से है रिश्ता बना ।

ये करता मुलाकात है,

हमको डरने की क्या बात है ॥


जहां आनद की लगती झड़ी,

ऐसी महफ़िल सजता है ये ।

‘बिन्नू’ क्यों ना दीवाना बने,

ऐसे जलवे दिखता है ये ।

दिल चुराने में विख्यात है,

हमको डरने की क्या बात है ॥

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करो हरी का भजन प्यारे, उमरिया बीती जाती हे (Karo Hari Ka Bhajan Pyare, Umariya Beeti Jati Hai)

करो हरी का भजन प्यारे,
उमरिया बीती जाती हे,

पहली बार सकट चौथ करते समय इन बातों का ध्यान रखें

हिंदू धर्म में संतान की लंबी आयु और सुख-समृद्धि से जुड़े कई व्रत-त्योहार हैं। जिनमें से सकट चौथ का पर्व विशेष माना जाता है। यह व्रत भगवान गणेश को समर्पित है। इस दिन महिलाएं संतान की लंबी उम्र और खुशहाली के लिए निर्जला व्रत रखती हैं।

चलो चलिए माँ के धाम, मैया ने बुलाया है (Chalo Chaliye Maa Ke Dham Bulawa Aaya Hai)

चलो चलिए माँ के धाम,
मैया ने बुलाया है,

इतनी किरपा सांवरे बनाये रखना(Itni Kirpa Sanware Banaye Rakhna)

इतनी किरपा सांवरे बनाये रखना
मरते दम तक सेवा में लगाये रखना,

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