साथी हारे का तू, मुझको भी श्याम जीता दे(Sathi Hare Ka Tu Mujhko Bhi Shyam Jeeta De)

साथी हारे का तू,

मुझको भी श्याम जीता दे,

मेरा ये नसीबा भी,

सोया है जगा दे,

साथी हारें का तू,

मुझको भी श्याम जीता दे ॥


दुनिया में घुमा मुझे,

मिली रुसवाई है,

अपनों से जख्म मिले,

आँख भर आई है,

सबको निभाते हो,

सबको निभाते हो,

मुझे भी निभा दे,

साथी हारें का तू,

मुझको भी श्याम जीता दे ॥


तुमसे छुपाऊं क्या मैं,

तुम्हे सब पता है,

हाथ जोड़ माफ़ी मांगू,

हुई जो खता है,

दयालु दया थोड़ी,

दयालु दया थोड़ी,

मुझपे भी लुटा दे,

साथी हारें का तू,

मुझको भी श्याम जीता दे ॥


हारे का सहारा है तू,

मैं भी एक हारा,

इतिहास कहता तुमने,

लाखों को उबारा,

‘मोहित’ मेरी भी,

‘मोहित’ मेरी भी,

किस्मत सजा दे,

साथी हारें का तू,

मुझको भी श्याम जीता दे ॥


साथी हारे का तू,

मुझको भी श्याम जीता दे,

मेरा ये नसीबा भी,

सोया है जगा दे,

साथी हारें का तू,

मुझको भी श्याम जीता दे ॥

........................................................................................................
मेरे तन में भी राम, मेरे मन में भी राम(Mere Tan Mein Bhi Ram Mere Maan Mein Bhi Ram)

मेरे तन में भी राम,
मेरे मन में भी राम,

उत्पन्ना एकादशी के जाप मंत्र

उत्पन्ना एकादशी हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण तिथि है, जो भगवान विष्णु और एकादशी माता की पूजा के लिए समर्पित है।

ज्योत से ज्योत जगाते चलो (Jyot Se Jyot Jagate Chalo)

ज्योत से ज्योत जगाते चलो,
ज्योत से ज्योत जगाते चलो

यही वो तंत्र है यही वो मंत्र है (Yahi Wo Tantra Hai Yahi Wo Mantra Hai )

बम भोले बम भोले बम बम बम,
यही वो तंत्र है यही वो मंत्र है,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने