तेरे चरणों में सर को, झुकाता रहूं(Tere Charno Mein Sir Ko Jhukata Rahu)

तेरे चरणों में सर को,

झुकाता रहूं,

तू बुलाता रहे,

और मैं आता रहूं ॥


मैंने बचपन से,

तुझको ही जाना है,

तेरा मेरा ये,

रिश्ता पुराना है,

तुझे दिल की,

हकीकत सुनाता रहूं,

तू बुलाता रहे,

और मैं आता रहूं ॥


तूने अपना बनाया,

ये एहसान है,

तेरी किरपा से ही,

मेरी पहचान है,

तेरे भक्तो से,

प्रेम बढाता रहूं,

तू बुलाता रहे,

और मैं आता रहूं ॥


‘बिन्नू’ कहता है,

प्रभु धन्यवाद तुझे,

तुम बुलाया करो,

श्याम दर पे मुझे,

यूँ ही तेरे तराने,

मैं गाता रहूं,

तू बुलाता रहे,

और मैं आता रहूं ॥


तेरे चरणों में सर को,

झुकाता रहूं,

तू बुलाता रहे,

और मैं आता रहूं ॥

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बजरंगी सरकार, द्वार तेरे आए (Bajrangi Sarkar, Dwar Tere Aaye)

बजरंगी सरकार,
द्वार तेरे आए,

कब और क्यों मनाई जाती है मौनी अमावस्या?

मौनी अमावस्या हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व है जो माघ माह की अमावस्या को मनाया जाता है। इस दिन पिंडदान, तर्पण, अन्न और धन का दान, पवित्र नदी में स्नान और मौन व्रत किया जाता है।

मोहे होरी में कर गयो तंग ये रसिया माने ना मेरी(Mohe Hori Mein Kar Giyo Tang Ye Rashiyan Mane Na Meri)

मोहे होरी में कर गयो तंग ये रसिया माने ना मेरी,
माने ना मेरी माने ना मेरी,

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