तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे बलिहार(Teri Mand Mand Mushakniya Pe Balihar)

तेरी मंद-मंद मुस्कनिया पे,

बलिहार संवारे जू ।

तेरी मंद-मंद मुस्कनिया पे,

बलिहार संवारे जू ।

तेरी मंद-मंद मुस्कनिया पे,

बलिहार संवारे जू ॥


तेरे बाल बड़े घुंगराले,

बादल जो कारे कारे ।

तेरी मोर मुकट लटकनिया पे,

बलिहार संवारे जू ।


तेरी मंद-मंद मुस्कनिया पे,

बलिहार संवारे जू ॥


तेरी चाल अजब मतवाली,

लगती है प्यारी-प्यारी ।

तेरी पायल की झंकार पे,

बलिहार संवारे जू ।


तेरी मंद-मंद मुस्कनिया पे,

बलिहार संवारे जू ॥


तेरे संग में राधा प्यारी,

लगती है सबसे नियारी ।

इस युगल छवि पे मे जाऊ,

बलिहार संवारे जू ।


तेरी मंद-मंद मुस्कनिया पे,

बलिहार संवारे जू ॥


तेरे नयन बड़े मतवारे,

मटके है कारे कारे ।

तेरी तिरछी सी चितवनिया पे,

बलिहार संवारे जू ।


तेरी मंद-मंद मुस्कनिया पे,

बलिहार संवारे जू ॥

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शरण में हम तुम्हारे आ पड़े है (Sharan Mein Hum Tumhare Aa Pade Hai)

शरण में हम तुम्हारे आ पड़े है,
ओ भोले तेरे द्वारे आ पड़े है,

Subah Savere Lekar Tera Naam Prabhu (सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु)

सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु,
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कौन हैं ललिता देवी

माता ललिता को समर्पित यह ललिता जयंती हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। दस महाविद्याओं में से एक है माता ललिता। इन्हें राज राजेश्वरी और ‍त्रिपुर सुंदरी भी कहा जाता है।

आज राम मेरे घर आए (Aaj Ram Mere Ghar Aaye)

आज राम मेरे घर आए,
मेरे राम मेरे घर आए,

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