आई होली सावरिया: भजन (Aae Holi Sawariya)

धूम मचाने आ जइयो आई होली सावरिया,

होली सावरिया आई होली सावरिया,

खेले सावरिया होली खेले सावरिया,

आके रंग जमा जइयो आई होली सावरिया ॥


ग्वालो की टोली संग गोपिया बुलाई है,

राधा जैसी गोरी गोरी सखियां भी आई है,

सामने तो छलिया तू आके दिखा,

आई होली सावरिया ॥


ढोल नगाड़ा और चंग बजायेंगे,

मुरली की धुन पर रास रचायेंगे,

ताल से ताल मिला ले जरा,

आई होली सावरिया ॥


मलेंगे गुलाल तेरे मारे पिचकारी,

आज न चलेगी कोई चाल तुम्हारी,

इतनी अकड़ न तो हमको दिखा,

आई होली सावरिया ॥


तेरे बिना श्याम सुनी सुनी लागे,

मोहन कौशिक और हरीश गुण गाके,

भक्तो के संग जरा नच के दिखा,

आई होली सावरिया ॥

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कनकधारा स्तोत्रम् (Kanakdhara Stotram)

अङ्गं हरेः पुलकभूषणमाश्रयन्तीभृङ्गाङ्गनेव मुकुलाभरणं तमालम्।
अङ्गीकृताऽखिल-विभूतिरपाङ्गलीलामाङ्गल्यदाऽस्तु मम मङ्गळदेवतायाः॥1॥

रोम रोम में बस हुआ है एक उसी का नाम(Rom Rom Me Basa Hua Hai Ek Usi Ka Naam)

रोम रोम में बसा हुआ है,
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श्री नर्मदा माता जी की आरती (Shri Narmada Mata Ji Ki Aarti)

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राम जपते रहो, काम करते रहो (Ram Japate Raho, Kam Karte Raho)

राम जपते रहो, काम करते रहो ।
वक्त जीवन का, यूँही निकल जायेगा ।

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