छोटी सी किशोरी मोरे अंगना मे डोले रे (Chhoti Si Kishori More Angana Me Dole Re)

छोटी सी किशोरी, मोरे अंगना मे डोले रे

छोटी सी किशोरी, मोरे अंगना मे डोले रे


मैने बासों पूछी लाली, कौन तेरो गाव रे

मैने बासों पूछी लाली, कौन तेरो गाव रे

वो तो तोतली बोली बोले मैं तो बरसाने बेटी रे,

छोटी सी किशोरी मोरे अंगना मे डोले रे


मैने बासों पूछी लाली, कहा तिहरा नाम है

मैने बासों पूछी लाली, कहा तिहरा नाम है

हास हास के बटावे वोटो, राधा मेरो नाम रे

छोटी सी किशोरी मोरे अंगना मे डोले रे


मैंने बासों पूछो लाली माखन खाओ गी,

मैंने बासों पूछो लाली माखन खाओ गी,

आहा आहा करके मेरे आगे पीछे धोले रे,

छोटी सी किशोरी मोरे अंगना मे डोले रे


मैने बासों पूछी लाली, कौन तेरो ससुराल रे

मैने बासों पूछी लाली, कौन तेरो ससुराल रे

शर्माके बोली मोसे, नंद गाव ससुराल रे

छोटी सी किशोरी मोरे अंगना मे डोले रे


मैने बासों पूछी लाली, कौन तेरो भरतार रे

मैने बासों पूछी लाली, कौन तेरो भरतार रे

अरे शर्माके यु बोली मोसे, श्याम सुन्दर भरदार है

छोटी सी किशोरी मोरे अंगना मे डोले रे


छोटी सी किशोरी, मोरे अंगना मे डोले रे

छोटी सी किशोरी, मोरे अंगना मे डोले रे

पाओ मे पायलिया बजे, झूम झूमा झूम बोले रे

छोटी सी किशोरी, मोरे अंगना मे डोले रे

पाओ मे पायलिया बजे, झूम झूमा झूम बोले रे

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मेरी मैया ने ओढ़ी लाल चुनरी (Meri Maiya Ne Odhi Laal Chunari)

मेरी मैया ने ओढ़ी लाल चुनरी,
हीरो मोती जड़ी गोटेदार चुनरी,

वैकुंठ चतुर्दशी का महत्व

वैकुंठ चतुर्दशी हिंदू धर्म में एक अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व है। इसे कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी के दिन मनाया जाता है। यह कार्तिक पूर्णिमा के एक दिन पहले आता है और देव दिवाली से भी संबंधित है।

श्री सूर्य देव चालीसा (Shri Surya Dev Chalisa)

कनक बदन कुण्डल मकर, मुक्ता माला अङ्ग।
पद्मासन स्थित ध्याइए, शंख चक्र के सङ्ग॥

किस दिन रखा जाएगा माघ माह का प्रदोष व्रत?

जनवरी महीने का दूसरा प्रदोष व्रत सोमवार, 27 जनवरी को मनाया जाएगा। माघ मास में आने वाला यह पावन पर्व भगवान शिव के भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। इस बार का प्रदोष व्रत अनेक शुभ योगों से युक्त होने के कारण भक्तों के जीवन में खुशहाली और समृद्धि लाने वाला सिद्ध होगा।

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