छोटी सी किशोरी मोरे अंगना मे डोले रे (Chhoti Si Kishori More Angana Me Dole Re)

छोटी सी किशोरी, मोरे अंगना मे डोले रे

छोटी सी किशोरी, मोरे अंगना मे डोले रे


मैने बासों पूछी लाली, कौन तेरो गाव रे

मैने बासों पूछी लाली, कौन तेरो गाव रे

वो तो तोतली बोली बोले मैं तो बरसाने बेटी रे,

छोटी सी किशोरी मोरे अंगना मे डोले रे


मैने बासों पूछी लाली, कहा तिहरा नाम है

मैने बासों पूछी लाली, कहा तिहरा नाम है

हास हास के बटावे वोटो, राधा मेरो नाम रे

छोटी सी किशोरी मोरे अंगना मे डोले रे


मैंने बासों पूछो लाली माखन खाओ गी,

मैंने बासों पूछो लाली माखन खाओ गी,

आहा आहा करके मेरे आगे पीछे धोले रे,

छोटी सी किशोरी मोरे अंगना मे डोले रे


मैने बासों पूछी लाली, कौन तेरो ससुराल रे

मैने बासों पूछी लाली, कौन तेरो ससुराल रे

शर्माके बोली मोसे, नंद गाव ससुराल रे

छोटी सी किशोरी मोरे अंगना मे डोले रे


मैने बासों पूछी लाली, कौन तेरो भरतार रे

मैने बासों पूछी लाली, कौन तेरो भरतार रे

अरे शर्माके यु बोली मोसे, श्याम सुन्दर भरदार है

छोटी सी किशोरी मोरे अंगना मे डोले रे


छोटी सी किशोरी, मोरे अंगना मे डोले रे

छोटी सी किशोरी, मोरे अंगना मे डोले रे

पाओ मे पायलिया बजे, झूम झूमा झूम बोले रे

छोटी सी किशोरी, मोरे अंगना मे डोले रे

पाओ मे पायलिया बजे, झूम झूमा झूम बोले रे

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भाई दूज की कथा (Bhai Dooj Ki Katha)

भगवान सूर्य की एक पत्नी जिसका नाम संज्ञादेवी था। इनकी दो संतानों में पुत्र यमराज और कन्या यमुना थी।

भगवान कार्तिकेय के प्रमुख मंदिर

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, कार्तिक चंद्र मास शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को भगवान कार्तिकेय का जन्म हुआ था। इसलिए भक्त हर महीने इस तिथि को उनका जन्मोत्सव मनाते हैं।

भगवा रंग चढ़ने लगा है(Bhagwa Rang Chadne Laga Hai)

मंदिर अब बनने लगा है,
भगवा रंग चढ़ने लगा है,

दुनियाँ रचने वाले को भगवान कहते हैं(Duniya Rachne Wale Ko Bhagwan Kehte Hain)

दुनियाँ रचने वाले को भगवान कहते हैं,<,br> और संकट हरने वाले को हनुमान कहते हैं।

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