एक नज़र बस एक नज़र, हम पे मोहन वार दे(Ek Nazar Bas Ek Nazar Hum Pe Bhi Mohan Vaar De)

एक नज़र बस एक नज़र,

हम पे मोहन वार दे,

ज़िन्दगी की डगमगाती,

मेरी नैया तार दे ॥


स्वांस की हर तार पर,

कृष्ण तेरा नाम है,

मैं जिधर देखु तुझे,

तू ही तू घनश्याम है,

इस जगत के तू बंधनो से,

तू हमे उद्धार दे,

एक नजर बस एक नजर,

हम पे मोहन वार दे,

ज़िन्दगी की डगमगाती,

मेरी नैया तार दे ॥


हर समय चिंतन तुम्हारा,

हर समय तेरा भजन,

खोजते रहते है तुमको,

हर पहर मेरे नयन,

और ना प्रभु देर कर तू,

हमको तू दीदार दे,

एक नजर बस एक नजर,

हम पे मोहन वार दे,

ज़िन्दगी की डगमगाती,

मेरी नैया तार दे ॥


मै पुजारी हूँ तुम्हारा,

जन्मो जन्मो तक रहूं,

इस जगत के बंधनों में,

ना कभी फस कर गिरू,

मै रहू बन कर तुम्हारा,

ऐसा वर सरकार दे,

एक नजर बस एक नजर,

हम पे मोहन वार दे,

ज़िन्दगी की डगमगाती,

मेरी नैया तार दे ॥


तू दिखादे सांवरी

सूरत हमे ओ सांवरे,

खोजते रहते है तूझको,

मेरे नैना बाबरे,

कब तलक तरसेगा ‘राजेन्द्र’

तू हमे दिदार दे,

एक नजर बस एक नजर,

हम पे मोहन वार दे,

ज़िन्दगी की डगमगाती,

मेरी नैया तार दे ॥


एक नज़र बस एक नज़र,

हम पे मोहन वार दे,

ज़िन्दगी की डगमगाती,

मेरी नैया तार दे ॥

........................................................................................................
श्री शीतला माता जी की आरती(Shri Shitala Mata Ji Ki Aarti )

जय शीतला माता, मैया जय शीतला माता।
आदि ज्योति महारानी, सब फल की दाता॥

प्रदोष व्रत पर इन चीजों का करें दान

विवाह एक पवित्र और 16 महत्वपूर्ण संस्कारों में से एक है, जो दो आत्माओं को जोड़ता है। लेकिन कई बार वैवाहिक जीवन में समस्याएं और बाधाएं आ जाती हैं, जो जीवन को कठिन बना देती हैं। ऐसे में प्रदोष व्रत एक शक्तिशाली तरीका है, जो विवाह की बाधाओं को दूर करने में मदद कर सकता है।

जिन भवानी माँ (Jeen Bhawani Maa)

जिन भवानी माँ,
थारी महिमा न्यारी है,

ढोलिडा ढोल रे वगाड़ (Dholida Dhol Re Vagad)

ढोलिडा ढोल रे वागाड़,
मारे हिंच लेवी छे,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने