मेरे सरकार का, दीदार बड़ा प्यारा है(Mere Sarkar Ka Didar Bada Pyara Hai)

मेरे सरकार का,

दीदार बड़ा प्यारा है ।

कृष्ण मेरा प्यारा,

गोविन्द बड़ा प्यारा है ॥


तेरे नैना कटीले,

मोटे मोटे रसीले ।

दिल को छीन लिया,

तेरी प्यारी हँसी ने ।

प्यारी अंखियों में लगा,

कजरा बड़ा प्यारा है ।

कृष्ण मेरा प्यारा,

गोविन्द बड़ा प्यारा है ॥


मेरे सरकार का,

दीदार बड़ा प्यारा है ।

कृष्ण मेरा प्यारा,

गोविन्द बड़ा प्यारा है ॥


लटों ने लूट लिया,

जिगर घायल ये किया ।

तेरी प्यारी अदा ने,

मुझे बेचैन किया ।

मेरे सीने में तेरा,

दर्द बड़ा प्यारा है ।

कृष्ण मेरा प्यारा,

गोविन्द बड़ा प्यारा है ॥


मेरे सरकार का,

दीदार बड़ा प्यारा है ।

कृष्ण मेरा प्यारा,

गोविन्द बड़ा प्यारा है ॥


ओ मेरे श्याम पिया,

तेरे बिन तड़पे जिया ।

प्रेम तुम से ही किया,

तूने क्या जादू किया ।

तेरी यादों में थिरके,

अंग मेरा सारा है ।

कृष्ण मेरा प्यारा,

गोविन्द बड़ा प्यारा है ॥


मेरे सरकार का,

दीदार बड़ा प्यारा है ।

कृष्ण मेरा प्यारा,

गोविन्द बड़ा प्यारा है ।

कृष्ण मेरा प्यारा,

गोविन्द बड़ा प्यारा है ।

कृष्ण मेरा प्यारा,

गोविन्द बड़ा प्यारा है ॥

........................................................................................................
महाशिवरात्रि 2025 कब है

सनातन हिंदू धर्म में, महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में महाशिवरात्रि भगवान शिव की आराधना का सबसे महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है। यह पर्व हर वर्ष फाल्गुन मास की कृष्ण चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। आमतौर पर यह फरवरी या मार्च महीने में आती है।

होली आई रे होली आई रे(Holi Ae Re Holi Aae Re)

होली आई रे होली आई रे होली आई वृन्दावन खेले गोरी
भागन पे आयो है फागण महीना कभू प्रेम की होरी बईं न,

सांवरा जब मेरे साथ है(Sanwara Jab Mere Sath Hai)

सांवरा जब मेरे साथ है,
हमको डरने की क्या बात है ।

माँ की लाल रे चुनरिया, देखो लहर लहर लहराए(Maa Ki Laal Re Chunariya Dekho Lahar Lahar Lehraye)

माँ की लाल रे चुनरिया,
देखो लहर लहर लहराए,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने