मेरे सरकार का, दीदार बड़ा प्यारा है(Mere Sarkar Ka Didar Bada Pyara Hai)

मेरे सरकार का,

दीदार बड़ा प्यारा है ।

कृष्ण मेरा प्यारा,

गोविन्द बड़ा प्यारा है ॥


तेरे नैना कटीले,

मोटे मोटे रसीले ।

दिल को छीन लिया,

तेरी प्यारी हँसी ने ।

प्यारी अंखियों में लगा,

कजरा बड़ा प्यारा है ।

कृष्ण मेरा प्यारा,

गोविन्द बड़ा प्यारा है ॥


मेरे सरकार का,

दीदार बड़ा प्यारा है ।

कृष्ण मेरा प्यारा,

गोविन्द बड़ा प्यारा है ॥


लटों ने लूट लिया,

जिगर घायल ये किया ।

तेरी प्यारी अदा ने,

मुझे बेचैन किया ।

मेरे सीने में तेरा,

दर्द बड़ा प्यारा है ।

कृष्ण मेरा प्यारा,

गोविन्द बड़ा प्यारा है ॥


मेरे सरकार का,

दीदार बड़ा प्यारा है ।

कृष्ण मेरा प्यारा,

गोविन्द बड़ा प्यारा है ॥


ओ मेरे श्याम पिया,

तेरे बिन तड़पे जिया ।

प्रेम तुम से ही किया,

तूने क्या जादू किया ।

तेरी यादों में थिरके,

अंग मेरा सारा है ।

कृष्ण मेरा प्यारा,

गोविन्द बड़ा प्यारा है ॥


मेरे सरकार का,

दीदार बड़ा प्यारा है ।

कृष्ण मेरा प्यारा,

गोविन्द बड़ा प्यारा है ।

कृष्ण मेरा प्यारा,

गोविन्द बड़ा प्यारा है ।

कृष्ण मेरा प्यारा,

गोविन्द बड़ा प्यारा है ॥

........................................................................................................
हनुमान जयंती दो बार क्यों मनाई जाती है?

हनुमान जी भगवान श्रीराम के परम भक्त हैं। इसलिए, श्रीराम की पूजा में भी हनुमान जी का विशेष महत्व है। हनुमान जी को संकटमोचन भी कहा जाता है, क्योंकि वे अपने भक्तों के सभी दुःख और कष्ट हर लेते हैं।

बजरंगी बलशाली, तेरा पार ना कोई पाए (Bajrangi Balshali Tera Paar Na Koi Paye)

बजरंगी बलशाली,
तेरा पार ना कोई पाए,

भोले बाबा ने पकड़ा हाथ (Bhole Baba Ne Pakda Hath)

भोले बाबा ने पकड़ा हाथ,
की रहता हर पल मेरे साथ,

आया पावन सोमवार (Aaya Pawan Somwar)

आया पावन सोमवार,
चलो शिव मंदिर को जाए,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने