जगदीश ज्ञान दाता(Jagadish Gyan Data: Prarthana)

जगदीश ज्ञान दाता, सुख मूल शोकहारी ।

भगवन् ! तुम्हीं सदा हो, निष्पक्ष न्यायकारी ॥


सब काल सर्व ज्ञाता, सविता पिता विधाता ।

सब में रमे हुए हो, विश्व के बिहारी ॥


कर दो बलिष्ठ आत्मा, घबरायें न दुःखों से ।

कठिनाइयों का जिससे, तर जायें सिन्धु भारी ॥


निश्चय दया करोगे, हम मांगते यही हैं ।

हमको मिले स्वयम् ही, उठने की शक्ति सारी ॥


जगदीश ज्ञान दाता, सुख मूल शोकहारी ।

भगवन् ! तुम्हीं सदा हो, निष्पक्ष न्यायकारी ॥

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तुम से लागी लगन.. पारस प्यारा (Tumse Lagi Lagan Le Lo Apni Sharan Paras Pyara)

तुम से लागी लगन,
ले लो अपनी शरण, पारस प्यारा,

चैत्र महीना भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी

भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी भगवान गणेश को समर्पित एक महत्वपूर्ण व्रत है, जिसे चैत्र माह में मनाया जाता है। इस दिन गणपति बप्पा की पूजा करने से भक्तों को सभी संकटों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। इस वर्ष भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी 17 मार्च 2025, सोमवार को मनाई जाएगी।

कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे (Kabhi Fursat Ho To Jagdambe)

कभी फुर्सत हो तो जगदम्बे,
निर्धन के घर भी आ जाना ।

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