राधा रानी को भयो अवतार बधाई बाज रही(Radha Rani Ko Nhayo Avtar)

राधा रानी को भयो अवतार,

बधाई बाज रही,

ऐ जी हाँ बधाई बाज रही,

ऐ री हाँ बधाई बाज रही,

चलो रे चलो रे भानु के द्वार,

बधाई बाज रही ॥


बरसाने में बजत बधाई,

प्रकटी श्री श्यामा सुखदाई,

आई रसिकन की प्राणाधार,

बधाई बाज रही,

राधे रानी को भयो अवतार ॥


लूट रहे हीरे मोतिन माला,

आज मिलेंगे शाल दुशाला,

सखी गाई रही मंगलाचार,

बधाई बाज रही,

राधा रानी को भयो अवतार ॥


जुग जुग जियो राधा प्यारी,

जय जय भानुकुल उजियारी,

छाई ब्रज खुशी अपार,

बधाई बाज रही,

राधे रानी को भयो अवतार ॥


चित्र विचित्र जब सुनी रे खबरिया,

आये पकड़ पागल की उंगलिया,

राधा रानी पे जाये बलिहार,

बधाई बाज रही,

राधे रानी को भयो अवतार ॥


राधा रानी को भयो अवतार,

बधाई बाज रही,

ऐ जी हाँ बधाई बाज रही,

ऐ री हाँ बधाई बाज रही,

चलो रे चलो रे भानु के द्वार,

बधाई बाज रही ॥

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स्कंद षष्ठी व्रत पूजा विधि

हर महीने शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को स्कंद षष्ठी व्रत रखा जाता है। स्कंद षष्ठी व्रत जीवन में शुभता और समृद्धि लाने का एक विशेष अवसर है। इस दिन भगवान कार्तिकेय की पूजा विधिपूर्वक करने से व्यक्ति के सभी दुख दूर होते हैं।

भानु सप्तमी का व्रत क्यों रखा जाता है

हर माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि पर यदि रविवार होता है, तो उस दिन भानु सप्तमी मनाई जाती है। मार्गशीर्ष मास में ये विशेष संयोग 08 दिसंबर, रविवार को बन रहा है।

लूटूरू महादेव चलो(Lutru Mahadev Chalo)

लूटरू महादेव जय जय,
लुटरू महादेव जी,

जय हों तेरी गणराज गजानन (Jai Ho Teri Ganraj Gajanan)

प्रथमें गौरा जी को वंदना,
द्वितीये आदि गणेश,

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