राजीव लोचन राम, आज अपने घर आए (Rajiv Lochan Ram Aaj Apne Ghar Aaye)

राजीव लोचन राम,

आज अपने घर आए,

कण कण पुलकित,

पुरजन हर्षित,

नगर गाँव सब बजत बधाई,

राजीव लोंचन राम,

आज अपने घर आए ॥


गावही किन्नर नाग बदूटी,

बार बार कुसुमांजलि छूटी,

हे जग पावन,

मुनि मन भावन,

अरु शोभा गुण बरनी ना जाए,

राजीव लोंचन राम,

आज अपने घर आए ॥


सुन्दर शोभा श्री रघुवर की,

झांकी बनी है कनक भवन की,

सूचिसर सुन्दर,

नित्य मगन जन,

मचल मचल सब विधि गुण गाए,

राजीव लोंचन राम,

आज अपने घर आए ॥


हर्षित जह तह दाई दासी,

आनंद मगन सकल पुर वासी,

लिए आरती मंगल आरती,

कनक बसन उपथाल सुहाए,

राजीव लोंचन राम,

आज अपने घर आए ॥


राजीव लोचन राम,

आज अपने घर आए,

कण कण पुलकित,

पुरजन हर्षित,

नगर गाँव सब बजत बधाई,

राजीव लोंचन राम,

आज अपने घर आए ॥

........................................................................................................
सब देव चले महादेव चले(Sab Dev Chale Mahadev Chale)

सब देव चले महादेव चले,
ले ले फूलन के हार रे,

सूरत बड़ी है प्यारी माँ की (Surat Badi Hain Pyari Maa Ki)

सूरत बड़ी है प्यारी माँ की,
मूरत की क्या बात है,

माता लक्ष्मी जी की आरती

ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता ।
तुमको निसदिन सेवत, हर विष्णु विधाता ॥

मोहे मुरली बना लेना(Mohe Murli Bana Lena)

कान्हा मेरी सांसो पे,
नाम अपना लिखा लेना,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने