हरि जी! मेरी लागी लगन मत तोडना (Hari Ji Meri Lagi Lagan Mat Todna)

हरि जी! मेरी लागी लगन मत तोडना,

लाला* जी! मेरी लागी लगन मत तोडना,

गोपाला! मेरी लागी लगन मत तोडना,

लागी लगन मत तोडना,

प्यारे लागी लगन मत तोडना ॥

खेती बोआई मैंने तेरे नाम की, ..[x2]

मेरे भरोसे मत छोडना,

॥ हरि जी मेरी लागी लगन...॥


जल है गहरा नाव पुरानी, ..[x2]

बीच भवर मत छोडना,

॥ हरि जी मेरी लागी लगन...॥


तू ही मेरा सेठ है तू ही साहूकार है, ..[x2]

ब्याज पे ब्याज मत जोड़ना,

॥ हरि जी मेरी लागी लगन...॥


हरि जी! मेरी लागी लगन मत तोडना,

लागी लगन मत तोडना,

प्यारे लागी लगन मत तोडना ॥

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महाकाल की नगरी मेरे मन को भा गई (Mahakal Ki Nagri Mere Maan Ko Bha Gayi)

मेरे भोले की सवारी आज आयी,
मेरे शंकर की सवारी आज आयी,

Shri Vishnu Chalisa (श्री विष्णु चालीसा)

विष्णु सुनिए विनय सेवक की चितलाय ।
कीरत कुछ वर्णन करूं दीजै ज्ञान बताय ॥

ये श्री बालाजी महाराज है, रखते भक्तो की ये लाज है (Ye Shree Balaji Maharaj Hai Rakhte Bhakto Ki Ye Laaj Hai)

ये श्री बालाजी महाराज है,
रखते भक्तो की ये लाज है,

फाल्गुन कृष्ण विजया नाम एकादशी व्रत (Phalgun Krishna Vijaya Naam Ekaadashi Vrat)

इतनी कथा सुन महाराज युधिष्ठिर ने फिर भगवान् श्रीकृष्ण से पूछा कि अब आप कृपाकर फाल्गुन कृष्ण एकादशी का नाम, व्रत का विधान और माहात्म्य एवं पुण्य फल का वर्णन कीजिये मेरी सुनने की बड़ी इच्छा है।

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