हरि जी! मेरी लागी लगन मत तोडना (Hari Ji Meri Lagi Lagan Mat Todna)

हरि जी! मेरी लागी लगन मत तोडना,

लाला* जी! मेरी लागी लगन मत तोडना,

गोपाला! मेरी लागी लगन मत तोडना,

लागी लगन मत तोडना,

प्यारे लागी लगन मत तोडना ॥

खेती बोआई मैंने तेरे नाम की, ..[x2]

मेरे भरोसे मत छोडना,

॥ हरि जी मेरी लागी लगन...॥


जल है गहरा नाव पुरानी, ..[x2]

बीच भवर मत छोडना,

॥ हरि जी मेरी लागी लगन...॥


तू ही मेरा सेठ है तू ही साहूकार है, ..[x2]

ब्याज पे ब्याज मत जोड़ना,

॥ हरि जी मेरी लागी लगन...॥


हरि जी! मेरी लागी लगन मत तोडना,

लागी लगन मत तोडना,

प्यारे लागी लगन मत तोडना ॥

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त्रिपुर भैरवी जयंती कब है ?

हर वर्ष मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा को माता त्रिपुर भैरवी के जन्मदिवस को त्रिपुर भैरवी जयंती के रूप में मनाया जाता है। यह एक महत्वपूर्ण धार्मिक अवसर है जो शक्ति और पराक्रम की प्रतीक माता त्रिपुर भैरवी की महिमा को दर्शाता है।

गोवर्धन पूजा विधि

गोवर्धन पूजा का त्योहार दिवाली के बाद मनाया जाता है। यह पर्व उस ऐतिहासिक अवसर की याद दिलाता है जब भगवान कृष्ण ने अपने भक्तों को प्रकृति के प्रकोप से बचाने के लिए इंद्र के अहंकार को कुचल दिया था।

घनश्याम तुम्हारे मंदिर में (Ghanshyam Tumhare Mandir Mein)

घनश्याम तुम्हारे मंदिर में,
मैं तुम्हे रिझाने आई हूँ,

मेरी लाज बचा लो(Meri Laaj Bacha Lo)

कन्हैया आजा, आजा बंसी बजैया
हारे के साथी कहाते हो श्याम

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