ॐ महाकाल के काल तुम हो प्रभो - भजन (Om Mahakal Ke Kal Tum Ho Prabhu)

ॐ महाकाल के काल तुम हो प्रभो,

गुण के आगार सत्यम् शिवम् सुंदरम्,

कर में डमरू लसे चंद्रमा भाल पर,

हो निराकार सत्यम् शिवम् सुंदरम् ॥


हैं जटा बीच मंदाकिनी की छटा,

मुंडमाला गले बीच शोभित महा,

कंठ में माल विषधर लपेटे हुए,

करके सिंगार सत्यम् शिवम् सुंदरम् ॥


बैठे कैलाश पर्वत पर आसन लगा,

भस्म तन पर हो अपने लगाए हुए,

है तुम्हारी निराली ये अनुपम छटा,

सबके आधार सत्यम् शिवम् सुंदरम् ॥


न्यारी महिमा तुम्हारी है त्र्यलोक में,

भोले भंडारी तुम बोले जाते प्रभो,

अम्बिका निर्मोही को आस है आपकी,

कर दो उद्धार सत्यम् शिवम् सुंदरम् ॥


ॐ महाकाल के काल तुम हो प्रभो,

गुण के आगार सत्यम् शिवम् सुंदरम्,

कर में डमरू लसे चंद्रमा भाल पर,

हो निराकार सत्यम् शिवम् सुंदरम् ॥

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सांवरिया तेरे दीदार ने, दीवाना कर दिया(Sawariya Tere Deedar Ne Deewana Kar Diya)

सांवरिया तेरे दीदार ने,
दीवाना कर दिया,

डमरू वाले भोले भाले, देवो में तुम देव निराले (Damru Wale Bhole Bhale Devo Me Tum Dev Nirale)

डमरू वाले भोले भाले,
देवो में तुम देव निराले,

सकट चौथ यम नियम

सकट चौथ हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण व्रत है। यह व्रत मुख्य रूप से सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए रखती हैं। इस दिन भगवान गणेश के साथ माता पार्वती की पूजा की जाती है।

भगवान शिव का बेलपत्र, धतूरा और भांग से संंबंध

भगवान शिव को देवा का देव कहा जाता है। शिवरात्रि उनका एक प्रमुख त्योहार है। 26 फरवरी को इस बार शिवरात्रि मनाई जाएगी। इस दिन शिवलिंग पर जल के साथ बेलपत्र, धतूरा और भांग चढ़ाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है।

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